अयोध्या: अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. पत्र में श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने का निवेदन किया है. परमहंस दास ने पत्र में लिखा है कि अयोध्या की गरिमा और मर्यादा की रक्षा और अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाएं, जिसमें महिलाओं के लिए जगह-जगह बाथरूम दर्शनार्थियों का नि:शुल्क सामान जमा किया जाए और गौशाला में गोवंश की समुचित व्यवस्था की मांग की है.


श्रद्धालुओं के लिये सुविधाओं का टोटा


अयोध्या विवाद पर फैसला आए एक साल से ज्यादा समय हो चुका है. 9 नवंबर 2019 में अयोध्या विवाद पर फैसला आया था और राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रधानमंत्री के भूमि पूजन के बाद से शुरू हो चुका है, लेकिन अयोध्या में अभी भी श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं का टोटा है. राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं के बाथरूम और पीने के स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं है तो कहीं पर भी श्रद्धालुओं के लिए छाया या बैठने की व्यवस्था नहीं है. दूरदराज से अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी अवैध लॉकर संचालकों के उगाही का शिकार होना पड़ता है. सामान जमा करने के नाम पर श्रद्धालुओं से मनमाना पैसा वसूला जाता है. इसको देखते हुए तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है और पत्र में यह मांग कि है अयोध्या की गरिमा मर्यादा की रक्षा करें, अयोध्या आने वाले तीर्थ यात्रियों को मूलभूत सुविधा अयोध्या के दर्शन मार्ग पर उपलब्ध कराएं, साथ ही जिले की गौशालाओं में गोवंश के समुचित व्यवस्था किए जाने की मांग पत्र में की है.


नहीं सुधार हुआ तो प्रधानमंत्री के पास जाएंगे


तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि 492 वर्षों के बाद राम मंदिर निर्माण शुरू हो पाया है. पूरे विश्व में राम नगरी में लोगों के दर्शन की अभिलाषा है. अयोध्या दर्शन करने श्रद्धालु दूरदराज से अयोध्या पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाएं को ध्यान में रखते हुए समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए. महिलाओं के प्रसाधन की व्यवस्था, स्नान की व्यवस्था, पीने के स्वच्छ जल की व्यवस्था संपूर्ण अयोध्या में श्रद्धालुओं की व्यवस्था होनी चाहिए. राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं के सामान जमा करने पर हो रही वसूली बंद होनी चाहिए. श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार कर उनसे अब मनमाने ढंग से वसूली की जा रही है, इससे अयोध्या की छवि धूमिल हो रही है. परमहंस दास ने कहा कि अयोध्या जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करता हूं कि अयोध्या की समुचित व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए, सामान जमा करने पर सरकारी व्यवस्था की जाए, जिससे कि श्रद्धालुओं के साथ लूट घसोट ना हो सके अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर प्रधानमंत्री के पास जाउंगा.


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