शामली: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कृषि कानून के खिलाफ लगातार महापंचायतों का दौर जारी है और हर महापंचायत में राजनीतिक दल बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को महापंचायत शामली के भैंसवाल गांव में रखी थी, जिसका आयोजन RLD के नेताओं ने किया था. इस महापंचायत को प्रशासन ने इजाजत नहीं दी थी, बावजूद इसके RLD के नेताओ ने किसानों के नाम पर महापंचायत की.
सपा, कांग्रेस भी हुईं शामिल
शामली के भैंसवाल गांव में चल रही महापंचायत में RLD, सपा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ किसान भी शामिल हुए. इस महापंचायत की अध्यक्षता आरएलडी के नेताओं ने की. इस महापंचायत में मुख्य अतिथि के तौर पर आरएलडी के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने शिरकत की. उन्होंने महापंचायत में मौजूद सभी लोगों से अपील की. इस काले कानून के खिलाफ जो आंदोलन किसानों ने छेड़ा है उसको आखिरी अंजाम तक हम ले जाएंगे. उसके लिए हमें जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी हम तैयार हैं, और आरएलडी किसानों के इस आंदोलन में हर कदम पर साथ खड़ी हुई है.
पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा
आपको बता दें, इस महापंचायत में काफी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान, प्रशासनिक अमला इस महापंचायत को लेकर काफी मुस्तैद दिखा, जगह जगह पर पुलिस और पीएसी के जवानों के साथ अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था, ताकि महापंचायत के दौरान किसी तरह की कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाए और अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो उसके जिम्मेदार इस महापंचायत के आयोजक होंगे, क्योंकि महापंचायत को लेकर प्रशासन ने पहले ही आयोजकों को बता दिया था कि अगर महापंचायत के दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कानून-व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही
इस महापंचायत को लेकर प्रशासन सुबह से ही अलर्ट दिखा. जगह-जगह पर पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया. पूरी महापंचायत के चारों तरफ भारी तादाद में पुलिस और पीएसी के जवानों के साथ अर्धसैनिक बलों को लगाया गया था. साथ ही समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारी महापंचायत में आकर स्थिति का जायजा लेते हुए भी दिखे. अधिकारियों ने आयोजकों से बात कर उन्हें हिदायत दी पंचायत के दौरान कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसको लेकर वह समय-समय पर मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते रहे ताकि कानून व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त रहे.
किसानों के साथ खड़ी है RLD
इस महापंचायत में क्या निर्णय लिए गए, किन मुद्दों पर इस महापंचायत में चर्चा हुई, कार्यकर्ताओं को क्या निर्देश दिए गए, इस पर एबीपी गंगा ने आरएलडी के नेताओं और किसानों से बातचीत की. आरएलडी नेताओं ने बताया कि मंच से जो भी जयंत चौधरी ने उन्हें निर्देश दिए हैं, उसका वह शत-प्रतिशत पालन करेंगे. साथ ही राकेश टिकैत ने जो 6 फरवरी को यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम न करने का आह्वान किया है, उसका भी पालन किया जाएगा. क्योंकि आरएलडी किसानों के हर फैसले में उनके साथ खड़ी हुई है, फिर वह चाहे चक्का जाम करना हो या फिर चक्का जाम ना करना हो. वहीं, किसानों ने कहा, हमारा मकसद है, सरकार इन तीनों काले कानूनों को वापस लें, ताकि किसान राहत की सांस ले सके और जब तक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती, हमारा धरना प्रदर्शन इसी तरह से जारी रहेगा और समय-समय पर जो हमारे नेता हमें निर्देश देंगे हम उसका शत-प्रतिशत पालन करेंगे.
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