Dehradun News: देहरादून में आज किसानों ने महापंचायत की. किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) भी किसानों की महापंचायत में शामिल होने के लिए देहरादून (Dehradun) पहुंचे. दरअसल किसान बीजेपी (BJP) की केंद्र सरकार (Central Government) से खफा हैं. वह इस बात को लेकर आक्रोशित हैं कि किसानों के लिए केंद्र सरकार ने जो वादे किये थे उन्हें पूरा नहीं किया गया.


किसानों के मुद्दे पर गूंगी-बहरी बनी हुई है सरकार


दरअसल किसान एमएसपी, छोटे किसानों की पेंशन, फसल बीमा योजना को प्रभावी बनाने, जमीनों के दाम सहित कई मांगों को लेकर सरकार से खफा हैं. दरअसल किसानों का अपनी मांगों को लेकर आज राजभवन कूच का कार्यक्रम था लेकिन प्रशासन ने जैसे-तैसे उन्हें मना लिय, इसके बाद किसानों ने पंचायत में पहुंचीं सिटी मजिस्ट्रेट को अपना ज्ञापन सौंपा. नरेश टिकैत ने कहा कि आज किसानी घाटे का सौदा हो गया है लेकिन सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है. किसानों की फरियाद सुनने वाला आज कोई नहीं है.


बारूद के ढेर पर खड़ा है देश
नरेश टिकैत ने कहा कि इस सरकार ने किसानों की अनदेखी की है. देश आज बारूद के ढेर पर खड़ा है. वहीं किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने किसानों के अलग-अलग संगठनों से संगठित होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आज इन सभी संगठनों को एक होने की जरूरत है. यदि हम अलग-अलग हुए तो किसानों का ही घाटा होगा. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखी जाए, आंदोलन हिंसक नहीं होना चाहिए. 


मांगों को लेकर प्रशासन को सौंपा पत्र
महापंचायत के बाद किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को पत्र सौंपा और जल्द से जल्द मांगों पर उचित निर्णय की उम्मीद जताई. इस महापंचायत को लेकर माना जा रहा है कि यदि सरकार ने जल्द किसानों की मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया तो आने वाले समय में किसान किसी बड़े आंदोलन की ओर भी जा सकते हैं.