Muzaffarnagar Mahapanchayat: दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 9 महीनों से चल रहे संयुक्त किसान मोर्चा का कृषि कानून वापस लो आंदोलन अब दिल्ली छोड़ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर की धरती पर 5 सितंबर को केंद्र सरकार के खिलाफ सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है. जिसे किसान महापंचायत के रूप में भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा एक साथ एक बड़े पैमाने पर देख रहा है.
मुज़फ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में 5 सितंबर को होने जा रही महा पंचायत को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने सभी तैयारी कर ली है. बरसात से बचने के लिए पुरे मैदान पर वाटरप्रूफ टेंट लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है. साथ ही सभी खाप चौधरियों के साथ पंचायत कर चौधरी नरेश टिकैत हरियाणा ,पंजाब ,राजिस्थान ,हिमाचल और अन्य राज्यों से आने वाले लाखों किसानों के लिए रहने खाने पीने की व्यवस्था भी कर ली गयी है.
चौधरी नरेश टिकैत ने मंगलवार को महा पंचायत स्थल का निरक्षण करते हुए कहा की मुज़फ्फरनगर का ये मैदान ऐतिहासिक पंचायतों के लिए गवाह रहा है. किसान महा पंचायत भी इसी जमीन पर होने जा रही है. उन्होंने कहा की पंचायत की तैयारी तो बढ़िया चल रही है. प्रतिदिन गांव-गांव में पंचायत की जा रही है. ये मैदान बड़ी बड़ी पंचायतों का गवाह रहा है. यंहा 2008 और 2013 में बड़ी बड़ी पंचायत हुई है.
उनका कहना है कि सरकार के खिलाफ यंहा हुई पंचायत की वजह से ये मैदान ऐतिहासिक रहा है. उनका कहना है कि मेघालय के राजयपाल चौधरी सतपाल सिंह मलिक वो देहात से जुड़े हुए हैं, उन्हें किसानों को लेकर पीड़ा है. उन्होंने महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए सरकार को चेताया है की किसानों की बात सुनी जाये. कही ना कही इस पार्टी में भी इस तरह के अच्छे आदमी हैं. जिन्हें किसानों की परवाह है, लेकिन सरकार ने उनकी जुबान दबा रखी है. वो कुछ बोलने से हिचकिचा रहे हैं
नरेश टिकैत का कहना है कि पंचायत में जो निर्णय लिया जाएगा वो संयुक्त मोर्चा लेगा. उत्तर प्रदेश सरकार क्या घाटे में चल रही है या हमारे मुख्यमंत्री कमजोर दिल के हैं जो शुगर मिल के दबाव में काम कर रहे हैं, जो गन्ने की मूल्य नहीं बढ़ा रहे है. पंचायत में बीजेपी ,कांग्रेस और सपा सभी पार्टी के नेता आ सकते हैं.
इसे भी पढ़ेंः
Rajnath Singh News: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- मैं लखनऊ का सेवक, यहां का यातायात सुधारने का है सपना
यह भी पढ़ेंः