UP News: व्यापारी के बेटे के अपहरण केस में बड़ा एक्शन, फरार पूर्व मंत्री का मकान और संपत्ति कुर्क
साल 2001 में हुए व्यापारी पुत्र के अपहरण के मामले में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी 2001 में बस्ती जिले एक व्यापारी पुत्र के हुए अपहरण के मामले में आरोपी हैं और इस मामले में फरार चल रहे हैं.
UP News: पूर्व मंत्री और मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट चुके अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. बस्ती में साल 2001 में हुए व्यापारी पुत्र के अपहरण के मामले में फरार चल रहे अमर मणि त्रिपाठी के महराजगंज जिले के नौतनवा आवास को कोर्ट के आदेश पर बस्ती जिला प्रशासन और पुलिस ने सील कर दिया. अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमन मणि त्रिपाठी भी नौतनवां से पूर्व विधायक हैं. उन्होंने हाल ही में कांग्रेस का दामन थामा है. हालांकि उनके ऊपर भी पत्नी सारा सिंह की हत्या का आरोप है. सारा की मां ने अमन मणि पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था.
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के महराजगंज जिले के नौतनवा नगर पालिका स्थित आवास की कुर्की के लिए शनिवार को बस्ती जिले की पुलिस टीम के साथ भारी संख्या में महराजगंज जनपद के कई थानों की पुलिस और स्थानीय मजिस्ट्रेट के साथ राजस्व कर्मी पहुंचे. इसके बाद पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के नौतनवा स्थित आवास को चिन्हित कर पुलिस टीम के द्वारा अमरमणि त्रिपाठी के 81 बी जो मकान नगर पालिका नौतनवा में उनके नाम से दर्ज है.
ये मकान दो कमरे का है. इसमें खराब सामान रखे हुए है. नगर पालिका ने इसके लिए कोर्ट में बताया था कि 81 बी अमरमणि के नाम पर दर्ज है. इसी मकान को सील किया गया है. हालांकि इसके ठीक बगल में अमर मणि त्रिपाठी के परिवार का आलीशान बंगला बना हुआ है. जो उनके नाम से नहीं है.
क्या है मामला
पूर्व मंत्री अमरमणि 2001 में बस्ती जिले एक व्यापारी पुत्र के हुए अपहरण के मामले में आरोपी हैं और इस मामले में फरार चल रहे हैं. व्यापारी पुत्र को अपहरण के बाद पुलिस ने उनके लखनऊ स्थित सरकारी आवास से बरामद भी किया था. बस्ती जिले के सप्तम अपर जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट ने फरार चल रहे अमरमणि त्रिपाठी की संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया था.
कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट कर रिहा हुए पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किल फिर बढ़ गई हैं. रिहा होने के बाद से ही उनका कहीं कुछ पता नहीं चल पा रहा है. 6 दिसंबर 2001 में बस्ती जिले के कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर निवासी धर्मराज गुप्ता के बेटे राहुल मद्धेशिया का अपहरण हो गया था. तत्कालीन विधायक अमरमणि त्रिपाठी के लखनऊ स्थित आवास से पुलिस ने व्यापारी पुत्र को बरामद किया था. इसके बाद अपहरण के मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया था. व्यापारी के बेटे के अपहरण के मामले की सुनवाई बस्ती के एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है.
इस मामले में फरार चल रहे अमरमणि त्रिपाठी के खिलाफ कोर्ट ने 82 की कार्रवाई के बाद उनकी संपत्तियों को कुर्की करने का निर्देश जारी किया था. मौके पर मौजूद नौतनवां तहसीलदार पंकज शाही ने बताया कि बस्ती की एमपी-एमएलए कोर्ट के आदेश पर पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी के आवास के कुर्की की कार्रवाई की गई है. बस्ती की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अमर मणि त्रिपाठी के हाजिर नहीं होने पर गैर जमानती वारंट जारी किया था. इसके बावजूद वे कोर्ट में हाजिर नहीं हुए. इसी बीच मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा पूरा होने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. इसके बाद से ही वे फरार चल रहे हैं.