पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा, पति को रास्ते से हटाने के लिये पत्नी ने आशिक के साथ रची खौफनाक साजिश
महाराजगंज पुलिस ने खेत में मिली लाश के कातिल का खुलासा किया है। ये लाश विनोद पटेल की थी और इस हत्या के पीछे कोई और नहीं उसकी पत्नी थी। पुलिस ने कॉल डिटेल के सहारे कातिल को धर दबोचा
महराजगंज, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश की महराजगंज पुलिस ने बुधवार को एक सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है। इस खुलासे में यह बात सामने आई है कि बीते 19 तारीख को सरसों के खेत में सफाई कर्मी विनोद पटेल की हत्या को किसी अन्य ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी और उसके आशिक ने अंजाम दिया था। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करने के बाद पत्नी और उसके आशिक समेत एक और व्यक्ति जो हत्या में शामिल था, सभी को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया है।
घटनाक्रम के मुताबिक बीते रविवार की सुबह करीब 8 बजे चौक थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत विजयपुर के निकट, ईंट भट्ठे के बगल के सरसों के खेत में सफाई कर्मी विनोद पटेल की लाश मिली। लाश मिलने के बाद आस पास सनसनी मच गई और विनोद के हत्यारों को पकड़ने के लिए परिजनों ने पुलिस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। घटना के दिन से ही महराजगंज की चौक पुलिस घटना के आरोपियों को पकड़ने के लिये हाथ पांव मारती रही। इसी बीच पुलिस ने शक के आधार पर पत्नी ज्योति को उठाया और मोबाइल सर्विलांस और काल डिटेल के बाद पूछताछ में पता चला कि मृतक विनोद पटेल की पत्नी ज्योति ने अपने घर से विनोद पटेल के निकलने की सूचना अपने प्रेमी नागेश्वर को दी जिसके बाद नागेश्वर ने सुनसान स्थान पर ले जाकर पहले तो शराब पिलाई उसके बाद प्रेमी ने मफलर से कस कर विनोद की हत्या कर दी। लाश और बाइक को खेतों में छोड़ नागेश्वर ने ज्योति को फोन कर बताया कि उसने विनोद को हमेशा के लिए ठिकाने लगा दिया। पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने बताया कि आरोपी पत्नी ज्योति उसके प्रेमी ज्ञानेश्वर और ज्ञानेश्वर के साथी शमशुल होदा खान हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने यह बताया कि मृतक सफाई कर्मी विनोद पटेल की पत्नी का मृतक के एक रिश्तेदार नागेश्वर का कुछ दिनों से अवैध संबंध चल रहा था। मृतक सफाई कर्मी विनोद पटेल ने जब इसका विरोध किया तो पत्नी ने अपने आशिक और उसके दोस्त के साथ मिलकर इस निर्मम हत्या को अंजाम दे दिया। हत्या में शामिल आरोपी शमशुल दोहा उर्फ मुन्ना खान सेना और पीएसी बल दोनों में चयनित हो चुका था पर अपने इस कुकर्म की वजह से वह नागेश्वर पटेल और ज्योति पटेल के साथ जेल की सलाखों के पीछे चला गया।
जिस पत्नी ने पति के साथ सात फेरे लेकर जीने मरने की कसमें खाई थी, उसी ने आशिक के साथ मिलकर अपने पति को मौत के घाट उतरवा दिया। आज विनोद इस दुनिया में नहीं रहा और उसके बच्चे भी पिता की साया से मरहूम हो गए। इसका अफसोस ज्योति को है लेकिन उसका कहना है कि मृतक विनोद अक्सर दारू पीकर उसके साथ और बच्चों के साथ मारपीट करता था।
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम में मोबाइल को अहम सुराग मानकर छानबीन किया और ज्योति की कॉल डिटेल्स के आधार पर घटना के समय मोबाइल पर हुई बातचीत की डिटेल्स निकालना शुरू किया। इस दौरान पुलिस के हाथ चौंकाने वाला तथ्य हाथ लगा जिससे महज 24 घंटे के अंदर ही हुए हत्या का खुलासा कर आरोपियों को सलाखों के पीछे डाल दिया ।