Basti News: महराजगंज कस्बे के तेलियाडीह गांव के पास हाईवे किनारे स्थित चाय की दुकान पर देर शाम तेलियाडीह गांव निवासी रामकेश पुत्र स्वर्गीय रामसेवक अपनी शादी में पाए सुपर स्प्लेंडर बाइक खड़ी कर दुकान पर बैठे थे. उनके साथ तेलियादी गांव के जगदीश प्रसाद पुत्र स्वर्गीय भग्गल प्रसाद भी दुकान पर मौजूद थे. तभी बाइक से पहुंचे चौकी पर तैनात सिपाही गणेश ने बाइक के बारे में पूछा की, बाइक किसकी है.


जिसपर रामकेश ने कहा कि मेरी बाइक है तो सिपाही गणेश कुमार ने कहा कि बाइक पर नंबर प्लेट नहीं लगी है. तब रामकेश ने कहा कि बाइक शादी में बीते अप्रैल महीने में मिली है. बाइक फैजाबाद से खरीदी गई थी, वहां से बस्ती आना था एनओसी आ गई हैऔर एजेंसी पर नंबर प्लेट है. लेकिन बस्ती नहीं जा पा रहे हैं एक-दो दिन में जाकर लगवा लेंगे. हम इस बाइक से केवल गांव से इसी चौराहे तक आते हैं.


क्या है मामला
इसपर गणेश सिपाही ने कहा कि बाइक की चाबी दो रामकृष्ण ने बाइक की चाबी सिपाही गणेश को दे दिया. वह बाइक को लेकर जाने वाले थे तभी साथ में मौजूद जगदीश प्रसाद ने कहा कि आप वर्दी पहने हैं लेकिन हम आपको नहीं पहचानते. आप कहां के हैं और हम आपकी एक फोटो लेंगे. बस इतनी सी बात पर सिपाही गणेश आग बबूला हो गए और उन्होंने जगदीश प्रसाद कोटेदार पर थप्पड़ों की बरसात कर दी. 


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आसपास के लोगों ने इसका विरोध किया तो सिपाही मौके से भाग खड़े हुए सिपाही की पिटाई से नाराज लोगों ने सैकड़ों की संख्या में महाराजगंज पुलिस चौकी पर पहुंचकर उसका घेराव कर दिया. सिपाही को तत्काल चौकी से हटाने की मांग पर अड़ गए. फोन पर थाना अध्यक्ष से बात होने के बाद उनके द्वारा सिपाही को हटाए जाने के आश्वासन के बाद लोग चौकी से वापस अपने घर चले गए.


लोगों का आरोप था कि सिपाही आए दिन ऐसे ही किसी न किसी के साथ मारपीट अभद्रता करता रहता है. बहरहाल आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद फिलहाल मामला शांत हो गया. बता दें कि बीते दिनों के दौरान यूपी पुलिस काफी विवादों में रही है.