UP Election 2022: महाराजगंज सदर सीट पर सुर्खियों में हैं 'एंबुलेंस कैंडिडेट', जानिए- क्यों लोगों ने दिया उन्हें ये नाम
UP Election: महाराजगंज की सदर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार निर्मेश मंगल इन दिनों सुर्खियों में हैं. यहां के लोग उन्हें एंबुलेंस कैंडिडेट के नाम से बुला रहे हैं. जानिए लोग ऐसा क्यों कह रहे हैं.
Maharajganj: लोकतंत्र के इस महापर्व में तरह-तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं. ऐसा ही एक रंग महाराजगंज सदर विधानसभा सीट (Maharajganj Sadar Vidhan Sabha) पर देखने को मिला, जहां एक प्रत्याशी अपने नाम से नहीं बल्कि एंबुलेंस कैंडिडेट के नाम से जाना जा रहा है. इस प्रत्याशी का नाम हैं निर्मेश मंगल जो इस सीट से निर्दलीय (Independent Candidate) चुनाव लड़ रहे हैं. निर्मेश की पत्नी समेत पूरा परिवार उनके लिए वोट मांग रहा है. लेकिन इन्हें एंबुलेंस कैंडिडेट क्यों कहा जा रहा है ये वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
कौन हैं एंबुलेंस कैडिडेट
निर्मेश मंगल महाराजगंज की सदर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. 2007 से 2017 तक तीन बार बसपा के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन तीनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2007 में जब पहली बार वो चुनावी मैदान में खड़े तो महज 829 वोटों से उनकी हार हुई थी. साल 2017 में चुनाव हारने के बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली. उन्हें उम्मीद थी सपा से उन्हें टिकट मिल जाएगा लेकिन जब सपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया वो निर्दलीय ही चुनाव मैदान में कूद पड़े.
एंबुलेंस से कर रहे हैं चुनाव प्रचार
दरअसल, निर्मेश मंगल की तबियत इन दिनों ठीक नहीं है, जिसकी वजह से चुनाव आयोग ने उन्हें एंबुलेंस से चुनाव प्रचार करने की इजाजत दी है. यही वजह है कि लोग अब उन्हें एंबुलेंस कैंडिडेट कहने लगे हैं. निर्मेश की पत्नी लोगों के पास जा-जाकर अपने पति की सलामती की दुआ मांग रही हैं. उनके साथ पूरा परिवार इस चुनाव प्रचार में जुटा हुआ है. इस एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर उनकी दवाईयां और चुनाव प्रचार सामग्री रखी हुई हैं. निर्मेश इसी एंबुलेंस में जा-जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
पत्नी और बच्चे भी प्रचार में जुटे
इस बारे में जब उनकी पत्नी और बच्चों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पति की तबियत ठीक नहीं है इसलिए चुनाव आयोग ने उन्हें एंबुलेंस में चुनाव प्रचार की इजाजत दी है. वहीं उन्हें बेटे ने कहा कि अगर उनके पिता चुनाव जीतते हैं तो इस क्षेत्र में शिक्षा की क्रांति आएगी और महाराजगंज एक बार फिर विकास के पथ पर चल पड़ेगा. महाराजगंज में छठे चरण में मतदान होना है. जिसके लिए आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है.
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