Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने रविवार को कहा कि वह अपनी पार्टी के नेताओं के साथ नौ अप्रैल को अयोध्या (Ayodhya) जाएंगे और वहां सरयू नदी (Sarju River) के तट पर पूजा करेंगे. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने ठाणे के आनंद आश्रम में संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह घोषणा की. 


सीएम शिंदे ने कहा, ‘‘मैं अपनी पार्टी के मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और अन्य पदाधिकारियों के साथ नौ अप्रैल को अयोध्या जाऊंगा. हम राम मंदिर का निर्माण देखेंगे और सरयू नदी के तट पर ‘आरती’ करेंगे.’’ शिंदे ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में महाराष्ट्र की ओर से ‘साग’ (सागौन) की लकड़ी का योगदान दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘(राम जन्मभूमि मंदिर के लिए) जब कार सेवा हो रही थी तो मेरे गुरु आनंद दिघे ने चांदी की ईंट अयोध्या भेजी थी. हमारा अयोध्या और भगवान राम से पुराना नाता है.’’


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चुनाव चिन्ह के लिए धनुष बाण
शिंदे ने कहा कि उनकी पार्टी के जो मंत्री और नेता पिछली बार (उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार के कार्यकाल में) अयोध्या यात्रा पर नहीं जा पाए थे, वे सभी इसबार उनके साथ जाएंगे. पार्टी के चुनाव चिन्ह का संदर्भ देते हुए शिंदे ने कहा, ‘‘हमने तीर-धनुष को कभी भी दूसरों के खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाला हथियार नहीं समझा. भगवान राम भी धनुष-बाण धारण करते हैं, ऐसे में हम पर अच्छा करने का दबाव बना रहता है.’’


उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर शिंदे ने कहा कि शिवसेना अध्यक्ष बाल ठाकरे की ‘शिव धनुष’ सौंपने के पीछे की मंशा थी कि उनकी विरासत जीवित रहे. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वे इसे संभाल नहीं सके और इसलिए अब यह हमारे पास आ गयी है.’’ ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा, ‘‘उन्होंने सिर्फ अपने, अपने परिवार और अपने करीबियों के फायदे का सोचा, पार्टी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया.’’ इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पहले से तय योजना के तहत उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र सदन बनेगा.