Mahashivratri 2024: गोरखपुर में श्रद्धालुओं को नहीं होगी कोई परेशानी, शिवालयों में प्रशासन ने किये सुरक्षा के खास इंतजाम
UP News: आज महाशिवरात्री के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही शिव मंदिर में पहुंचने लगी. गोरखपुर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं.
Mahashivratri 2024: देश और प्रदेश में महाशिवरात्रि के पर्व पर शिवभक्तों की दर्शन के लिए सुबह से ही भीड़ उमड़ पड़ती है. इसे ध्यान में रखते हुए महाशिवरात्रि के एक दिन पहले शिवालयों में साफ-सफाई शुरू कर दी गई. श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए बांस-बल्ली और बैरिकेटिंग की व्यवस्था भी की गई. शिव मंदिरों पर आने वाले भक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस और सीआईएसएफ जवानों को भी तैनात किया गया.
गोरखपुर के झारखंडी कालोनी में यहां पर झूले व दुकानें लग गई हैं. स्वयंसेवी संस्थाओं ने अपना कैंप लगा दिया है. महाशिवरात्रि के मद्देनजर मंदिर समितियों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वयं सेवकों की तैनाती की है. महादेव झारखंडी मंदिर व मुक्तेश्वर नाथ मंदिर राजघाट में परिक्रमा पथ तैयार हो चुका है. सभी हैंडपंप ठीक कर दिए गए हैं. रोशनी की अच्छी व्यवस्था की गई है. मंदिरों के सामने फूल, माला, भांग-धतूर व बेलपत्रों की दुकानों को सजाने का सिलसिला जारी है. महादेव झारखंडी मंदिर परिसर में मेला लग चुका है. मिठाई, लाई, सौंदर्य प्रसाधन, घरेलू सामान, गुब्बारे-खिलौनों की दुकानें व झूले लग गए हैं.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इसके अलावा मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. जिले में 122 स्थानों पर महाशिवरात्रि का मेला लगेगा. श्रद्धालुओं के साथ ही मेला परिसर की सुरक्षा में पीएसी पुलिस के लगभग 750 जवानों की ड्यूटी लगाई गई. संदिग्धों पर नजर रखने के लिए शहर के प्रमुख मंदिरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. शिवरात्रि पर सुरक्षा के लिहाज से शहर को तीन जोन और नौ सेक्टरों में बांटा गया है.
जानकारी के अनुसार, शिवरात्रि में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में 60 दारोगा, 4 महिला दारोगा, 450 सिपाही, डेढ़ कंपनी पीएसी की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा अपने क्षेत्र में पड़ने वाले शिव मंदिर पर बीट सिपाही सुबह से ही मौजूद रहेंगे. हल्का दारोगा से भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है. साथ ही श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा और परेशानी नहीं होने पाए इस बात के निर्देश दिए गए हैं. महादेव झारखंडी में डीएफएमडी, एचएफएमडी के साथ ही डॉग स्क्वायड टीम की ड्यूटी भी लगाई गई है.
गोरखपुर के ट्रांसपोर्टनगर के अघोर पीठ में पार्थिव (मिट्टी से बनाए गए) शिवलिंग का पूजन किया. इसके बाद सभी श्रद्धालु पूजन-अर्चन कर अपनी आस्था व श्रद्धा अर्पित की. महाशिवरात्रि व्रत का फल महाशिवरात्रि के दिन विधि पूर्वक व्रत रखने पर तथा शिवपूजन, रुद्राभिषेक, शिवरात्रि कथा, शिव स्त्रोत का पाठ व 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जप करते हुए रात्रि जागरण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है.
गोरखपुर के ये हैं प्रमुख शिव मंदिर
गोरखनाथ मंदिर स्थित शिव मंदिर, सम्मय माता मंदिर तुर्कमानपुर, बगहा बाबा मंदिर रुस्तमपुर, शिव मंदिर छोटे काजीपुर, शिव मंदिर धर्मशाला, शिव मंदिर सूर्यकुंड धाम, शिव मंदिर जटाशंकर, गोपाल मंदिर मोहद्दीपुर, मुंजेश्वर नाथ मंदिर भौवापार, शिव मंदिर भरवलिया, हनुमान मंदिर बेतियाहाता, शिव मंदिर शिवपुरी, नर्वदेश्वरनाथ मंदिर टीडीएम तिराहा, शिव मंदिर बड़े काजीपुर गोरखपुर में स्थित है.