Mahayogi Gorakhnath University: चिकित्सा और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में गोरखपुर के नाम आज एक और उपलब्धि जुड़ गई. गोरखपुर में निजी क्षेत्र के पहले विश्वविद्यालय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को नेशनल मेडिकल कॉउंसिल से एमबीबीएस पाठ्यक्रम मान्यता प्राप्त हो गई है. इसी सत्र से यहां नीट काउंसलिंग के जरिये एमबीबीएस कोर्स में दाखिला और पढ़ाई प्रारंभ हो जाएगी. सीएम योगी आदित्यनाथ इसके कुलाधिपति हैं.


महज तीन साल की अपनी प्रगति यात्रा में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने कई स्वर्णिम उपलब्धियां हासिल कर ली हैं. नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी के तमाम रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ ही यहां गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अंतर्गत 2021 से ही बीएएमएस का पाठ्यक्रम संचालित है. इस बीच आज नेशनल मेडिकल काउंसिल ने विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को एमबीबीएस की मान्यता भी प्रदान कर दी है। पहले सत्र के लिए यहां 50 एमबीबीएस सीटों के लिए मान्यता मिली है. 


क्या बोले विवि के कुलपति व कुलसचिव
एमबीबीएस की मान्यता मिलने पर विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी एवं कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने विश्वविद्यालय परिवार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह समूचे पूर्वांचल के युवाओं के लिए बड़ी सौगात है. कुलपति एवं कुलसचिव ने बताया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का मेडिकल कॉलेज तीन चरणों में बनकर तैयार होगा. पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 600-600 यानी कुल 1800 बेड का अस्पताल बनेगा.


पूर्वांचल के लोगों को इससे होगा फायदा
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्‍वविद्यालय में स्‍थापित यह मेडिकल कॉलेज गोरक्षपीठाधीश्‍वर एवं प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्‍ट भी है. कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के अनुसार पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 50 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा. इस संख्या को दूसरे और तीसरे चरण में और बढ़ाया जाएगा. एमबीबीएस की मान्यता मिल जाने से न‍ सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गोरखपुर, बस्ती, बिहार और नेपाल के लाखों लोगों को  लाभ होगा. 


गोरखपुर में पहला निजी मेडिकल कालेज
कुलपति डॉ. वाजपेयी ने बताया कि यह यूपी का वाराणसी और लखनऊ के बाद गोरखपुर में निजी क्षेत्र का पहला मेडिकल कॉलेज होगा. साथ ही एम्‍स गोरखपुर और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाद शहर का यह तीसरा बड़ा चिकित्‍सा संस्‍थान होगा. विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह सहित सभी सदस्यों, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है.


रामनाथ कोविंद ने किया था विवि का उद्घाटन
महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्‍वविद्यालय का उद्घाटन 28 अगस्‍त 2021 को तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था. अब मेडिकल कॉलेज के जरिये 1800 बेड के अत्‍याधुनिक अस्‍पताल का सपना भी साकार हो रहा है. पहले सत्र में 50 सीटों के साथ शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज के पास 450 बेड का गोरखनाथ चिकित्‍सालय पहले से है. जल्‍द ही इसमें 1800 बेड का नया अस्‍पताल भी जुड़ जाएगा जिसके आधार पर आगामी सत्रों में मेडिकल कॉलेज में सीटों का विस्‍तार होगा.


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