UP Crime News: प्रतापगढ़ पुलिस (Pratapgarh Police) की कार्यशैली से जिले में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शहर में दबंगों द्वारा गरीब महिला का घर बुल्डोजर से जमीदोज किया गया था. अब बुधवार को मान्धाता थाने से चंद कदम की दूरी पर दर्जनभर दबंगों के साथ प्रधान द्वारा आबादी की जमीन पर रक्खी गुमटी तोड़ते समय महिला व उसकी बच्ची ने विरोध किया. जिसके बाद भी दबंगों ने दुकान तो तोड़ ही दिया. साथ ही विरोध कर रही महिला और उसकी मासूम बेटी को जमीन पर गिराकर लाठी डंडों से जमकर पीटा गया. इस दौरान महिला निर्वस्त्र हो गई थी.
क्या है मामला
घटना को दबंगों ने इस घटना को थाने के पास ही अंजाम दिया था. लेकिन किन्ही कारणों से पुलिस मदद को आगे नहीं आई. इतना ही नही पीड़िता ने पुलिस में शिकायत की तो पुलिस ने दबंगों पर कार्रवाई के बजाय दोनों पक्षों से आधा दर्जन लोगों का धारा 151 में चालान कर मामले की लीपापोती में जुट गई. जिसके बाद पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठने लगे और लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा. जिसके परिणाम स्वरूप इलाके की आक्रोशित सैकड़ों महिलाओं ने थाने का घेराव कर डाला और पुलिस बैकफुट पर आ गई.
घेराव के बाद नरम पड़ी पुलिस
घंटों तक महिलाओं का थाने पर कब्जा रहा काफी मानमनौव्वल और अस्वासन के बाद महिलाओं ने घेराव खत्म किया. बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य है. इस घटना के बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भी अपने साथी की मदद को आगे आ गई. वे अब आरपार के मूड में दिख रही हैं. थाने का घेराव देखकर ऐसा लग रहा है कि लड़की हूं लड़ सकती हूं का असर समाज में व्याप्त हो गया है. तभी तो दरोगा जी हूटर बजाते रहे और महिलाएं थी कि रास्ता देने को तैयार नहीं.
क्या बोले एसपी
इस बाबत प्रभारी एसपी ने बताया कि पीड़ित महिला स्वयं सहायता समूह की है. बुधवार की घटना की जानकारी पर समूह की महिलाओं ने थाने का घेराव कर जाम लगा दिया. घटना में दोनों पक्षों की तरफ से आधा दर्जन लोगों का चालान किया जा चुका है. नाराज महिलाओं ने आरोप लगाया है कि प्रधान और उसके साथियों द्वारा पिटाई के दौरान महिला से छेड़छाड़ की गई. सीओ ने जब पीड़ित से बात किया तो पीड़ित ने इनकार कर दिया.
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