लखनऊ. यूपी का महोबा जिला पूरी तरह कोरोना मुक्त हो गया है. महोबा में अब एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं है. जिले के सभी लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं. महोबा में जहां 4 मई को एक्टिव केसों की संख्या एक हजार थी. प्रतिदिन यहां 125 से 150 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आते थे. स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन सहित सभी जनपदवासियों के सामूहिक प्रयासों से महज ढाई महीने में एक्टिव केस और कोरोना संक्रमण के नए मामलों की संख्या शून्य हो गई है.


काम आई ट्रिपल टी की रणनीति
महोबा में 'ट्रिपल टी' की रणनीति को अपनाते हुए घर-घर जाकर 363 निगरानी समितियों के 3 हजार सदस्यों ने ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के तहत हर एक पॉजिटिव केस पर लगभग 30 से 40 लोगों की ट्रेसिंग की गई. निगरानी समितियों ने जिले में संक्रमित मरीज मिलने पर उन तक समय से दवाइयां पहुंचाई. वहीं हल्के लक्षण होने पर भी लोगों को 14 दिनों तक आइसोलेट किया गया. इन सभी प्रयासों का परिणाम है कि महोबा में पिछले एक हफ्ते से एक भी नया संक्रमण का मामला सामने नहीं आया. महोबा सबसे पहले ये 'कोरोना संक्रमण मुक्त जिला' बन गया है.


डीएम सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के सफल नेतृत्व का नतीजा है कि कम समय में सबसे पहले महोबा जिला कोरोना मुक्त हुआ है. सीएम से प्रेरित होकर हम सबने महोबा को कोरोना संक्रमण से मुक्त कराते हुए दूसरों जिलों के सामने एक नजीर पेश की है. उन्होंने बताया कि कोरोना मुक्त जनपद होने के बाद भी जिले में एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखी जाएगी. इसके साथ ही टेस्ट में कोई कमी नहीं की जाएगी. अगले एक हफ्ते तक अगर जिले में संक्रमण का कोई नया केस नहीं मिलता है, तो योगी सरकार कोरोना मुक्त जनपद होने पर पुरस्कृत करेगी.


18 जिलों में कोरोना का नया मामला नहीं
इस बीच, तीन महीने में पहली बार प्रदेश में एक ही दिन में 215 से कम नए पुष्ट मामले सामने आए हैं. इससे पहले इस साल 15 मार्च से पहले राज्य में एक दिन में संक्रमण के 215 से कम ताजा मामले दर्ज किए गए थे. राज्य में केवल 4,163 सक्रिय मामले बचे हैं, जिनमें से लगभग 2,500 होम आइसोलेशन में हैं, जबकि कुल पुष्ट मामलों के मुकाबले सक्रिय मामलों की दर 0 प्रतिशत है. इसी तरह, परीक्षण सकारात्मकता दर 0.09 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश के कम से कम 18 जिलों से कोई नया कोविड मामला सामने नहीं आया है.


लखनऊ को छोड़कर, राज्य के सभी जिलों में 200 से कम सक्रिय मामले हैं. 66 जिलों में 10 या उससे कम नए मामले सामने आए हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने कहा कि ऐसे समय में जब कई राज्य हजारों मामले दर्ज कर रहे हैं, यूपी मामलों को कम करने में सक्षम है. हालांकि, गिरावट का मतलब यह नहीं है कि लोग लापरवाही बरतें. महामारी अभी भी सक्रिय है.


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