महोबा, एबीपी गंगा। महोबा में कृषि व्यापारी और विस्फोटक विक्रेता इंद्रकांत त्रिपाठी की कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. इंद्रकांत त्रिपाठी को गले में गोली लगने के बाद कानपुर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां वह कोमा में थे और रविवार शाम इंद्रकांत की सांसे थम गईं. उनकी मौत के बाद उनके परिवार वालों में कोहराम मच गया.
इंद्रकांत ने रंगदारी न देने पर तत्कालीन एसपी मणिकांत पर हत्या कराने का शक जाहिर करते हुए वीडियो वायरल किया था. जिसके बाद संदिग्ध हालात में इंद्रकांत के गले में गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए. जिनका पिछले पांच दिनों से रीजेंसी अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
तत्कालीन एसपी पर आरोप
मृतक इंद्रकांत के परिजनों का कहना है कि कारोबार चलाने के नाम पर तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार इंद्रकांत त्रिपाठी से 6 लाख प्रति माह घूस लेते थे. जून महीने तक पैसा देने के बाद इंद्रकांत ने जुलाई में कारोबार मंदा होने के कारण पैसा देना बंद कर दिया था. अगस्त में एसपी ने इंद्रकांत को बुलाकर धंधा शुरू करने और पैसा भेजने का दबाव बनाया.
परिवार ने बताई खतरे में जान
आरोप है कि मना करने पर पहले एसपी और फिर स्थानीय थानाध्यक्ष ने उन्हे संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी थी. जिस पर कारोबारी ने 8 सितंबर को तत्कालीन एसपी मणि लाल पाटीदार पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया था. आरोप है कि तत्कालीन एसपी ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर इंद्रकांत की हत्या कराने के उद्देश्य से उनके ऊपर फायरिंग कराई. परिवार के लोग एसपी स्तर के अधिकारी के मामले में शामिल होने के कारण डरे हुए हैं. उनका कहना है कि उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है.
संपत्ति की जांच के आदेश
गौरतलब है कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत नौ सितंबर को पाटीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था और उनकी संपत्ति की सतर्कता अधिष्ठान से जांच कराने के आदेश दिए थे.
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