Mahoba Suicide News: महोबा जनपद में एक युवा किसान ने दैवीय आपदा के चलते फसल में हुए नुकसान से आहत होकर खेत में ही फांसी लगा ली. किसान अपने बच्चों के भरण पोषण को लेकर चिंतित था कई दिनों से हताश चल रहे किसान ने आज मौत को ही गले लगा लिया. किसान की मौत होने से उसके परिवार में मातम पसर गया है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है. 


आपको बता दें कि पूर्व में हुई दैवीय आपदा से किसानों की फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है. अब किसान अपने भविष्य को लेकर चिन्तित है. ऐसे ही ब्लॉक जैतपुर के ग्राम सेंतवारा में रहने वाले किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है. 40 वर्षीय किसान ने अपने ही खेत में फांसी के फंदे से झूलकर जान दे दी. बताया जाता है कि भूमान सिंह के 40 वर्षीय पुत्र रविंद्र कुमार लगभग 20 बीघा खेती का काश्तकार है. उसने अपने खेत में मटर की फसल को बोया था और उसे इस फसल से बहुत उम्मीद थी. उसकी चार पुत्रियां और एक पुत्र है जिनकी शिक्षा और परवरिश को लेकर वह इस फसल पर निर्भर था.


फसल के बर्बाद होने से हताश था किसान
 परिवार के लोग बताते हैं कि पूर्व में अत्याधिक ओलावृष्टि और अतिवृष्टि के कारण रविंद्र की फसल बर्बाद हो गई. ऐसी दैवीय आपदा पड़ी की किसान खेती से लागत तक नहीं निकाल पाया और वह फसल बर्बाद हो जाने से हताश और आहत हो गया. परिजन बताते हैं कि अक्सर बच्चों की परवरिश को लेकर वह बातचीत करता और उनकी पढ़ाई को लेकर परेशान रहता. किसान अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहता था. लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया और फसल के बर्बाद हो जाने से वह पूरी तरीके से टूट गया. 


किसान के आत्महत्या से परिवार में कोहराम 
किसान के परिजनों की माने तो वह कई दिनों से गुमसुम और उदास सा रह रहा था और भोजन भी नहीं कर रहा था, लेकिन परिजनों को यह नहीं पता था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा. खेत पर जाकर रविंद्र ने फांसी के फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी. जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो पता चला कि खेत में ही उसने आत्महत्या कर ली है. जिससे परिवार में कोहराम मच गया. 


पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
सूचना मिलते ही अजनर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. जहां शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया है और पुलिस अग्रिम कार्यवाही में जुटी हुई है. किसान की मौत हो जाने से उसकी पत्नी और पांच बच्चों की परवरिश को लेकर परिवार के लोग सरकार की तरफ मदद की आस लगाए देख रहे है. किसान परिवार में मातम पसरा हुआ है.


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