UP Crime News: महोबा पुलिस ने खनन फर्मों से जुड़े मैनेजर को धोखाधड़ी के आरोप में आज (शनिवार) गिरफ्तार कर लिया. खनन पट्टा धारक के साथ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 4 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. खनन कारोबारी के साथ अमानत में ख्यानत को पुलिस ने गंभीरता से लिया. पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया. चार राज्यों में आरोपी की धरपकड़ के लिए दबिश भी दी गई. आखिरकार 17 दिनों में आरोपी मैनेजर को पुलिस ने धर दबोचा.
17 दिनों में पकड़ा गया धोखेबाज मैनेजर
पुलिस ने आरोपी के पास से एक करोड़ की नगदी, लैपटॉप, पांच मोबाइल और चोरी की कार बरामद की है. महज 17 दिनों के अंदर पुलिस की कामयाबी से खनन कारोबारी उत्साहित हैं. एसपी अपर्णा गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम, सीओ दीपक दुबे सहित पुलिस टीमों को सम्मानित कर हौसला बढ़ाया गया है. पीड़ित खनन कारोबारी रसमीत सिंह मल्होत्रा बताते हैं कि मैनेजर ने धोखाधड़ी को अंजाम दिया था. अमानत में ख्यानत का आरोपी पुलिस की सक्रियता से सलाखों के पीछे है.
4 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने
खनन कारोबारी पुलिस की कार्यकुशलता की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं. मैनेजर ने खनन रॉयल्टी की राशि को फर्जी दस्तावेज के सहारे खाते में ट्रांसफर कर लिया था. मध्य प्रदेश निवासी रसमीत सिंह मल्होत्रा खनन के बड़े कारोबारी हैं. रसमीत सिंह मल्होत्रा एचएसएम होल्डिंग्स, सिल्वर मिस्ट रिटेल प्राइवेट लिमिटेड और रेवा शुगर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भी हैं. उनकी फर्मों के नाम से महोबा में खनन पट्टा स्वीकृत हैं. लखनऊ निवासी सचिन प्रकाश को बतौर मैनेजर फर्मों की देखरेख के लिए रखा गया था.
शातिर दिमाग मैनेजर ने खनन कारोबारी के भरोसे का फायदा उठाकर धोखाधड़ी को अंजाम दे डाला. मैनेजर सचिन प्रकाश पर फर्जी दस्तावेज के सहारे चार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है. खनन कारोबारी को धोखाधड़ी का खुलासा रजिस्टर से रकम के मिलान करने पर हुआ. रजिस्टर में 4 करोड़ रुपए का लेखा-जोखा नहीं मिला. पता चलने पर खनन कारोबारी के पैरों तले जमीन खिसक गई. फर्म के ऑफिस से 8 लाख 5 हजार कैश सहित कार भी लेकर मैनेजर फरार हो गया था.
चार राज्यों में पुलिस ने दी गई थी दबिश
खनन कारोबारी की शिकायत पर मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में ख्यानत का मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया. पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने गंभीरता दिखाते हुए सर्विलांस, साइबर और शहर कोतवाली सहित पांच टीमों का गठन किया. हरियाणा, दिल्ली महाराष्ट्र और यूपी में जगह-जगह आरोपी मैनेजर की तलाश के लिए दबिश भी दी गई. आज पुलिस टीमों को सूचना मिली कि आरोपी मैनेजर सामान लेने बीजानगर रोड पर किराए के मकान में आया है.
पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी मैनेजर को धर दबौचा. मैनेजर के पास से 1 करोड़ 9 लाख 92 हजार कैश, लैपटॉप, 5 मोबाइल और चोरी की कार भी बरामद हुई. पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता बताती हैं कि आरोपी मैनेजर सचिन को शेयर बाजार से काफी घाटा हुआ था. ट्रेडिंग में नुकसान की भरपाई के लिए मैनेजर ने मालिक को चूना लगाने की साजिश रची थी. खनन रॉयल्टी बेचकर रकम फर्जी दस्तावेज के सहारे खाते में डलवाता रहा. पुलिस ने शातिर दिमाग मैनेजर को आखिरकार पकड़ लिया.
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