महोबा में जेई ने फर्जी बिल बनाकर करोड़ों रुपये का किया गबन, जांच के बाद हुआ निलंबित
UP News: महोबा के जेई अमित पांडे ने 50 गांवों के उपभोक्ताओं को ठगा, उन्हें फर्जी बिजली बिल की रसीदें थमाईं. लेकिन जांच में दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया.
Mahoba News: महोबा में विद्युत विभाग के जेई ने आधा सैकड़ा गांव के हजारों विद्युत उपभोक्ताओं को ऐसा ठगा कि हर कोई हैरत में पड़ गया. विद्युत बिल जमाकर उपभोक्ताओं सहित किसानों को फर्जी रसीदें थमा दी गई. 2 वर्ष से चल रहे इस खेल में ढाई करोड़ रुपए के गबन का आरोप जेई पर लगा है. मामला खुलता देख जेई ने अन्य उपकेंद्र में अपना स्थानांतरण करा लिया. मगर अब जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय टीम ने मामला सही पाया तो विभाग के अधीक्षण अभियंता ने दोषी जेई को निलंबित कर दिया है.
इस मामले को लेकर विधायक ने ऊर्जा मंत्री सहित अन्य अधिकारियों को जेई पर कार्यवाही के लिए पत्र लिखा है. उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी और गबन के इस मामले के सामने आने के बाद से विद्युत विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. हजारों विद्युत उपभोक्ताओं सहित किसानों को ठगने का यह अनोखा मामला जनपद के कुलपहाड़ तहसील अंतर्गत आने वाले विद्युत उपखंड अजनर का है. जिसमे दो फीडर फीडर से आधा सैकड़ गांव के हजारों विद्युत उपभोक्ता जुड़े हुए हैं. जिनके साथ उपखंड में तैनात जेई ने करोड़ों रुपए की बिजली बिल जमा करने के नाम पर ठगी कर डाली.
मामला बढ़ता देख जेई का हुआ स्थानांतरण
बताया जाता है कि विद्युत उपखंड अजनर में बिल जमा कर फर्जी रसीद दी गई है. लेकिन जब नया बिल आया तो उसमें जमा की गई रकम जुड़ी ना देख उपभोक्ता सन रह गए. इतना ही नहीं सिंचाई नलकूप विद्युत कनेक्शन का बिल माफ होने के बावजूद भी किसानों से जबरन किसानों से बिल वसूल कर फर्जी रसीद थमाकर रकम डकार ली गई. मामला उजागर होने पर विद्युत उपखंड अजनर के अवर अभियंता अमित पांडे को आनन फानन में स्थानांतरण कर मामले को दबाने का प्रयास किया गया.
पैसा जमा कर दी गई फर्जी रसीद
धौर्या गांव निवासी किसान विक्रम राजपूत का आरोप है कि निजी नलकूप विद्युत कनेक्शन माफ होने के बावजूद भी अवर अभियंता अमित पांडे ने धमकाकर 3800 रुपए जमा किए और उसे फर्जी रसीद दी गई. ऐसे ही किसान भैरव लाल, हरदयाल, उमा राजपूत अनमोल सिंह ,लीलावती धर्मजीत, रामदास आदि किसानों के निजी नलकूप बिल माफ होने के बावजूद भी उनसे जबरन बिल जमा करने के नाम पर रुपए ऐंठ लिए गए और फर्जी रसीद विभाग की बना कर दे दी गई. महाठगी चर्चा में आई तो आरोपी अमित पांडे को विभाग ने बचाने के लिए स्थानांतरण महोबा शहर के उपखंड में कर दिया गया था.
दोषी पाए जाने पर अमित पांडे निलंबित
तीन सदस्यीय टीम ने अमित पांडे को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया है.इस मामले को लेकर चरखारी विधायक बृजभूषण राजपूत बताते है कि ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के साथी ठगी की गई.मनमाने बिल वसूल कर फर्जी रसीदें देकर ढाई करोड़ से अधिक का गबन जेई ने किया है.जिसके लिए ऊर्जा मंत्री को पत्र भी भेजा था जिस पर कार्यवाही की गई है.इसके साथ सभी उपभोक्ताओं का पैसा वापस कराए जाने की मांग भी विधायक ने की है.
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