Mahoba News: महोबा में मदरसों के सर्वे का काम शुरू, ये बातें निकलकर आई सामने
एसडीएम चरखारी श्वेता पांड़े के नेतृत्व में पहुंची टीम ने मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों से बातचीत की. आय- व्यय का ब्यौरा सहित अभिलेखों को भी चेक किया गया है.
Mahoba Madarsa Survey: सरकार द्वारा कराये जा रहे मदरसों के सर्वे अभियान के तहत आज महोबा के चरखारी कस्बे में संचालित मदरसों का सर्वे किया गया है. एसडीएम चरखारी श्वेता पांड़े के नेतृत्व में पहुंची टीम ने मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों से बातचीत की. आय- व्यय का ब्यौरा सहित अभिलेखों को भी चेक किया गया है. मदरसा सर्वे टीम ने मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को भी परखा.
दरअसल, उत्तरप्रदेश सरकार मदरसों को मुख्य धारा से जोड़ने की बात कहकर सर्वे करा रही है. ताकि सरकार के बनाये नियमानुसार संचालित मदरसों को चिन्हित किया जा सके और जो नियम विपरीत मदरसे चल रहे है उनमे कार्यवाही हो. इसी मंशा के तहत महोबा में भी मदरसों के सर्वे का काम अब तेजी पकड़ता जा रहा है.
12 बिंदुओं पर सर्वे
चरखारी ब्लॉक के कसबे में आज मदरसा सर्वे टीम ने सर्वे का काम किया है. एसडीएम स्वेता पांडेय सहित, बीएसए डा.अजय कुमार मिश्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी सविता के नेतृत्व में चरखारी नगर में संचालित तीन मदरसों मदरसतुल मदीना दारुल हिफ्ज ऐ किरात, मदरसा मोहम्मदिया अरबिया और मदरसा अल जामियातुल रहमत में शासन द्वारा निर्धारित 12 बिंदुओं पर सर्वे किया गया.
मदरसा मोहम्मदिया अरबिया के प्रबंधक अब्दुल गफ्फार ने बताया कि सुबह के समय एक घंटे की दीनी तालीम बिना किसी शुल्क के दी जाती है. मदरसे के बच्चे अन्य सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों में पंजीकृत हैं. जबकि मदरसतुल मदीना दारुल हिफ्ज ऐ किरात मदरसा में आवासीय सुविधा उपलब्ध है.
मदरसा के सदर रियाज खां ने बताया कि मदरसा में 28 बच्चे दीनी तालीम के साथ ही शिक्षा नीति के अनुसार हिंदी, गणित, विज्ञान सहित सभी विषयों की पढ़ाई छात्रों को दी जाती है. जबकि प्रिसिंपल व अन्य टीचरों की शैक्षिक योग्यता हाफिज है. मदरसों के आय के श्रोत के बारे में पूछे जाने पर बताया कि दान की रकम से मदरसों का संचालन किया जाता है. टीम द्वारा किये गए सर्वे के बाद सर्वे रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी, जो बाद में शासन के पास पहुंचेगी.
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