Mahoba News: महोबा में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया अधिकारी, एंटी करप्शन टीम ने किया खुलासा
Mahoba Corruption: महोबा में मैटेरियल सप्लायर से फाइल अनुमोदन कर आगे बढ़ाने के नाम पर 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ा गया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
Mahoba News: महोबा (Mahoba) में मैटेरियल सप्लायर से फाइल अनुमोदन कर आगे बढ़ाने के नाम पर 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते जैतपुर ब्लॉक में तैनात प्रभारी एडीओ पंचायत को लखनऊ से आई सात सदस्यीय टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पीड़ित की शिकायत के बाद से एंटी करप्शन टीम की उक्त अधिकारी पर पहले से ही नजर थी और जांच में ये भी पाया गया कि अधिकारी रिश्वत लेने का आदी है.
प्रभारी एडीओ पंचायत के गिरफ्तार होते ही ब्लॉक कार्यालय में हड़कंप मच गया. जिले में यह 13 वां सरकारी अधिकारी है जो रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ है. महोबा में अब तक 13 ऐसे अधिकारीयों को एंटी करप्शन टीम गिरफ्तार कर चुकी है जो रिश्वतखोरी कर रहे थे.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गुरुवार शाम कुलपहाड़ तहसील के जैतपुर ब्लॉक में तैनात प्रभारी एडीओ पंचायत कामता प्रसाद वर्मा को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि गांव सुगिरा में मनरेगा के तहत होने वाले इंटरलॉकिंग कार्य के लिए शहर के बाईपास निवासी मैटेरियल सप्लायर कृष्णकांत तिवारी ने ईंट दी थी.
तक़रीबन चार लाख रूपये के इस टेंडर के होने के बाद इंटरलॉकिंग ईट दिए जाने के बावजूद भी सुगिरा गांव का ग्राम विकास अधिकारी और जैतपुर ब्लॉक में प्रभारी एडीओ पंचायत द्वारा सप्लायर से फाइल अनुमोदन के नाम पर 15 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी.पीड़ित सप्लायर पिछले बीस दिनों से परेशांन था.जिसके चलते उसने प्रभारी एडीओ पंचायत की रिश्वतखोरी और प्रताड़ना की शिकायत लखनऊ में एंटी करप्शन टीम से की.
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया अधिकारी
भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कुछ दिन पहले इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी से जांच भी कराई जिसमें पाया गया कि उक्त अधिकारी रिश्वत लेने का आदी है और पीड़ित की शिकायत भी सही है.एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर नूरुलहुदा के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम गुरुवार को महोबा पहुंची जहां पुरे मामले से महोबा डीएम को अवगत कराने के बाद जैतपुर ब्लॉक में पहुंचकर यह कार्रवाई की गई है.
रसायन से लगे नोट पीड़ित सप्लायर कृष्णकांत तिवारी को दिए गए जिसने उक्त प्रभारी एडीओ पंचायत को रिश्वत दी जिसके बाद मौके पर मौजूद एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर रिश्वत की राशि भी बरामद कर ली.
इस गिरफ्तारी के बाद से ब्लॉक परिसर में हड़कंप मच गया है और आगे की कार्रवाई की गई है. एंटी करप्शन टीम लखनऊ के इंस्पेक्टर नूरुलहुदा ने जानकारी देते हुए बताया कि कृष्णकांत तिवारी शिकायतकर्ता थे और इन्होंने टेन्डर डाला था. इंटर लॉक ईंट की सप्लाई के लिए उसका अनुमोदन होना था जिसके लिए ग्राम पंचायत अधिकारी इनसे रिश्वत की मांग कर रहे थें कि हम आपकी फाइल आगे बढ़ा देंगे आप मुझे 15 हजार रुपए दे दीजिए. जिसके बाद यह पूरी कार्रवाई की गई.
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