एक्सप्लोरर
Advertisement
Mahoba News: महोबा में पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, 4 लाख रुपये के गांजे के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार
Mahoba: महोबा में पुलिस और स्वाट टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने गांजे की तस्करी करने वाले तीन बदमाशों को गिफ्तार किया है. इनके पास से करीब 4 लाख रुपये का गांजा बरामद हुआ है.
Mahoba: महोबा में पुलिस और स्वाट टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने गांजे की तस्करी करने वाले तीन बदमाशों को गिफ्तार किया है. इनके पास से करीब 4 लाख रुपये का गांजा बरामद हुआ है. पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए तीनों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.
गांजा तस्करों पर पुलिस की कार्रवाई
महोबा जनपद में पिछले काफी समय से नशे का कारोबार पैर पसार रहा है. खासकर देसी गांजे का नशा कारोबार होने की कई शिकायतें पुलिस को मिल रही थी. जिसके बाद महोबा पुलिस अधीक्षक ने नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और स्वाट टीम बनाई. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम को उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब पता चला कि महोबा शहर के मामना रोड में एक निर्माणाधीन मकान में बड़ी मात्रा में गांजा रखा हुआ है. इस गांजे को यहां दूसरी जगह तस्करी करने की योजना बनाई जा रही थी.
4 लाख रुपये का गांजा बरामद
सूचना मिलते ही शहर कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने मौके पर पहुंच कर उक्त जगह में घेराबंदी कर ली. इससे पहले कि आरोपी वहां से भाग पाते पुलिस ने उन पर दबिश देते हुए सभी को पकड़ लिया. पुलिस ने तीन गांजा तस्करों गोविंद कुमार साहू, जितेंद्र कुमार अवस्थी और रामबाबू गुप्ता को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 59 किलो सूखा गांजा बरामद किया गया है, जिसकी बाजार में कीमत तकरीबन 4 लाख रुपये है. पुलिस और स्वाट टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर माल कब्जे में ले लिया है.
पुलिस का कहना है कि इस मामले में पूछताछ भी की जा रही है. इसके अलावा पुलिस गांजा तस्करी के इस अवैध कारोबार में शामिल दूसरे बदमाशों की भी तलाश कर रही है.
ये भी पढ़ें-
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
छत्तीसगढ़
क्रिकेट
बॉलीवुड
Advertisement
प्रफुल्ल सारडा,राजनीतिक विश्लेषक
Opinion