Mahoba Dog Bite Case: महोबा शहर में आवारा कुत्तों का आतंक चरम पर है. एक पागल आवारा कुत्ते ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 40 लोगों को काटकर घायल कर दिया. हमलावर कुत्ता काले रंग का बताया जा रहा है, जो अचानक राह चलते लोगों पर हमला कर भाग जाता है. यह घटना नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है. वहीं नगर विकास मंत्री ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है.
नगर पालिका का दायित्व आवारा कुत्तों के प्रबंधन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की है लेकिन पालिका द्वारा आज तक इस विषय में कोई कदम नहीं उठाए गए. जिसकी वजह से शहर में आवारा कुत्तों की संख्या हजारों में पहुंच गई है. अब यही आवारा कुत्ते लोगों के लिए मुसीबत बने हुए है. बुधवार की सुबह पागल कुत्ते ने हमीरपुर चुंगी इलाके में हमला करना शुरू किया. शुरुआत में लोग समझ नहीं पाए कि यह कुत्ता हमलावर है, लेकिन जब उसने कई लोगों को काटा, तो लोगों में भय का माहौल बन गया. नागरिकों ने उसे खदेड़ने का प्रयास किया जिससे वह डीएम बंगला क्षेत्र में पहुंच गया. यहां उसने और भी लोगों को निशाना बना लिया.
इसके बाद वह कुत्ता परमानंद चौराहा, बल्देव नगर, चरखारी बाईपास, आलमपुरा, और रेलवे स्टेशन बजरिया की ओर बढ़ता गया. हर जगह उसने लोगों पर हमला किया. कुत्ते के हमले से कई घायलों को तत्काल जिला अस्पताल में ले जाया गया. कुत्ते के तांडव की खबर पूरे शहर में तेजी से फैल गई, और लोग सतर्क हो गए. जिला अस्पताल में पागल कुत्ते के काटने से तकरीबन 20 लोग जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए है जबकि अन्य घायलों ने प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराया है.
कुत्ते ने हमला कर इन्हें किया घायल
कुत्ते के इस हमले में कई इलाकों के निवासी घायल हुए हैं. इनमें रामनगर निवासी यामीन, सुभाष नगर निवासी ओमकार, टीकामऊ निवासी राजेश, बल्देव नगर निवासी बिहारीलाल, हवेली दरवाजा निवासी रोहित, जैतपुर निवासी रुकसाना, और इटवा निवासी श्याम समेत अन्य लोग शामिल हैं. सभी को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया. हमलावर कुत्तों का आतंक सिर्फ एक दिन का मामला नहीं है. शहर के गांधी नगर, हवेली दरवाजा, भटीपुरा, और अन्य क्षेत्रों में भी आवारा कुत्तों का आतंक लंबे समय से जारी है. लोग पैदल चलने और बच्चों को बाहर भेजने से डरने लगे हैं.
शहरवासियों ने नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. प्रशासन की निष्क्रियता के चलते ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. इस मामले में नगर विकास मंत्री राकेश राठौर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर पालिका को निर्देशित किया है.कुत्ते के आतंक से भयभीत शहरवासियों ने नगर पालिका प्रशासन से मांग की है कि आवारा कुत्तों से निजात दिलाई जाए. जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में घायलों का इलाज कर रहे डॉक्टर वरुण ने बताया कि कुत्ते के काटने से घायल हुए 20 लोग जिला अस्पताल आए है. जिनका इलाज किया जा रहा है.
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