Mahoba News: महोबा में इस बात को लेकर भड़के ग्राम प्रधान, बीडीओ दफ्तर पर प्रदर्शन, गेट पर जड़ दिया ताला
Mahoba News: ग्राम प्रधानों का आरोप है कि उनके द्वारा नरेगा के तहत क्षेत्र में कई विकास कार्य कराए गए और गौशालाओं का निर्माण आदि कार्य भी कराया गया, लेकिन इनका भुगतान अभी तक नहीं किया गया.
Mahoba News: महोबा में ग्राम प्रधानों ने मनरेगा सहित गौशाला निर्माण के भुगतान न होने पर नाराजगी जताते हुए धरना दिया, तो वही ब्लॉक कार्यालय में ताला लगाकर जमकर नारेबाजी भी की. विकास कार्यों के भुगतान न होने से प्रधानों में नाराजगी है, जिसकी वजह से पिछले तीन सालों में कराए गए कार्यों का भुगतान नहीं हो पाने के विरोध में प्रधानों ने धरना देकर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने ज्ञापन एसडीएम (SDM) को सौंपते हुए जिलाधिकारी से कराए गए विकास कार्य व निर्माण कार्य के भुगतान किए जाने की मांग की.
दरअसल राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन द्वारा पनवाड़ी के अध्यक्ष अजय पाल सिंह के नेतृत्व में इकट्ठा हुए प्रधानों ने जनपद के पनवाड़ी ब्लाक में धरना देकर जमकर प्रदर्शन किया. इन्होंने आरोप लगाया कि उनके द्वारा नरेगा के तहत क्षेत्र में कई विकास कार्य कराए गए और गौशालाओं का निर्माण आदि कार्य भी कराया गया, लेकिन इनका भुगतान अभी तक नहीं किया गया. जिससे अन्य विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि, पंचायतों के द्वारा लगभग 6 करोड़ 68 लाख के पक्के कार्य करवाए गए थे. जो सभी सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं के अंतर्गत आते है.
मनरेगा का भुगतान न होने पर प्रदर्शन
पूर्व में जब मनरेगा से आईडी जनरेट की गई थी तब यह नहीं बताया गया था कि भुगतान 60:40 के अनुपात में किया जाएगा एवं सभी प्रधानों द्वारा उधार में सामान उठाकर विकास कार्य कराए गए और पैसे नहीं दिए जा रहे हैं, जिसकी वजह से प्रधानों के सामने कई तरह दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि हमें परेशान किया जा रहा है अगर जल्द भुगतान नहीं कराया गया तो हम अन्य विकास कार्यों व अन्य सरकारी कार्यों में रूचि नहीं दिखाएंगे. इस दौरान ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक के बाहर इकठ्ठा होकर जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने ब्लॉक कार्यालय के गेट पर ताला भी लगा दिया.
एसडीएम के आश्वासन के बाद खत्म हुआ धरना
ब्लॉक कार्यालय में ताला डालने की सूचना पर एसडीएम कुलपहाड़ जीतेन्द्र कुमार मौके पर पहुंच गए और ग्राम प्रधानों को समझाते हुए 7 दिन का समय मांगा तब कहीं जाकर धरना समाप्त हुआ. उन्होंने आश्वासन दिया कि अभी बीडीओ और सीडीओ प्रभारी मंत्री के साथ मीटिंग में हैं. उनके आने के बाद बात की जाएगी. अगर सात दिन में भुगतान नहीं हुआ तो आप लोग फिर हमसे मिलिए, मैं आज ही इस पर बात करूंगा.