Mahoba School Ghost Story: बुंदेलखंड (Bundelkhand) के महोबा में बीते दिनों सरकारी स्कूल में भूत-प्रेत का साया होने की बात से हड़कंप मच गया. ऐसा बताया गया कि सफेद साड़ी और सर पर काली चुनरी ओढ़े महिला पायल बजाकर डरा रही है. डर का ऐसा माहौल छाया है कि करीब ढाई सौ बच्चों वाले इस स्कूल में केवल 8-10 बच्चे ही पढ़ने आ रहे हैं. यह महोबा (Mahoba) जनपद के महुआ गांव के कन्या प्राथमिक विद्यालय की घटना है.


दरअसल, स्कूल की 15 छात्राएं अचानक चीख-पुकार मचाने लगीं और अजीबोगरीब हरकतें करने लगीं. लोग भूत-प्रेत का साया बताने लगे. जिससे गांव में दहशत फैली हुई है. यहीं नहीं स्कूल परिसर में तांत्रिक को बुलाकर झांड़-फूंक भी की गई थी.  मिड डे मील भोजन के दौरान अचानक कक्षा 7 में पढ़ने वाली दो बच्चियां थाली फेंककर चिल्लाने लगीं. छात्राओं का कहना है कि सफेद साड़ी पहने सर पर काली चुनरी ओढ़े महिला दिखाई दे रही है जो पायल बजाकर बुला रही है. जिसे देखकर छात्राएं चीख मारकर रोने लगीं.


बीएसए ने मनोचिकित्सक से दिखाने की बात कही


एक छात्रा की मां रामश्री ने बताया कि स्कूल में डर का माहौल है. लड़की को अब भेजने में भी खौफ हो रहा है. भूत का साया बच्चों को परेशान कर रहा है. उनकी लड़की की तबियत बड़ी मुश्किल से ठीक हो पाई है. लोग यहां तक कह रहे हैं कि भगवान महावीर के मंदिर की पिछले हिस्से पर दीवार बनाए जाने से उनके नेत्र बाधित हो गए हैं जिससे कन्या प्राथमिक विद्यालय के परिसर में जिन्न और भूत का साया हो रहा है. उधर, वहीं कुछ लोग खाना खाने से बीमार हो जाने की बात कह रहे हैं. हालांकि बीएसए अजय कुमार मिश्रा  इस दावे से इत्तेफाक नहीं रखते. उन्होंने कहा कि किसी भी छात्रा ने मिड डे मील का भोजन नहीं किया था. ऐसे में खाना खाने से बीमार हो जाने की खबर गलत है.बीएसए ने बच्चों के इलाज के लिए मनोचिकित्सक की व्यवस्था किए जाने की बात कही है.


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