UP News: महोबा की महिला ने पेश की मिशाल, अब "बिजली वाली दीदी" के नाम से हुईं फेमस
UP News: महोबा के ग्रामीण क्षेत्र की रहने वाली महिला ने घर से निकलकर महिला सशक्तिकरण की मिशाल पेश की है. बिजली वाली दीदी के नाम से फेमस महिला काम के बदौलत पैसा कमा रही हैं.
Mahoba News: महोबा के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली एक महिला अपने काम के जुनून और जज्बे के चलते "बिजली बिल वाली दीदी" के नाम से चर्चित हो चुकी है. घर की दहलीज से निकलकर इस महिला ने महिला सशक्तिकरण की मिशाल पेश की है. अन्य महिलाओं के लिए नजीर बनी "बिजली बिल वाली दीदी" शोहरत के साथ-साथ अपने काम के बलबूते अच्छा पैसा भी कमा रही हैं. हर कोई अब बिजली बिल वाली दीदी की प्रशंसा कर रहे हैं.
महोबा जनपद के कुलपहाड़ तहसील में आने वाले जैतपुर गांव की तंग गलियों में घर-घर पहुंचकर बिजली बिल निकाल कर बिलों को जमा करने का काम करने वाली पुष्पा देवी वर्ष 2020 में गंगा आजीविका समूह के माध्यम से विद्युत विभाग के लिए काम कर रही है. जहां वह विद्युत बिल संग्रहण एजेंट के तौर पर घर-घर जाकर लोगों के बिजली बिल मीटर अनुसार निकालती हैं और फिर उन बिलों को मौके पर ही जमा करने का काम करती हैं.
काम के प्रति अलग पहचान बनाने का था जुनून
जैतपुर में ही रहने वाले अटवल सिंह की पत्नी पुष्पादेवी ने समूह के माध्यम से इस काम की शुरुआत की. पहले तो उन्हें इस काम को करने में बड़ी झिझक और असहजता महसूस होती रही लेकिन धीरे-धीरे अपने काम के प्रति जुनून और लगन के चलते उन्होंने ऐसी पहचान पाई जिससे लोग उन्हें अब "बिजली बिल वाली दीदी" के नाम से जाने लगे हैं.
बिजली बिल वाली दीदी जो ग्रामीण क्षेत्र में ही लोगो को बिल जमा करने के लिए जागरूक करने के साथ साथ उसके बिलो को जमा भी करती है. हाथ में एंड्रॉयड मोबाइल और उसमें पड़े विद्युत विभाग के सॉफ्टवेयर के माध्यम से बिजली बिल निकालने के काम में उन्हें अब कोई दिक्कत नहीं होती तो वही विभाग के लोग भी उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं.
"बिजली वाली दीदी" के नाम से हैं चर्चित
यही वजह है कि जल्द ही ये ग्रामीण क्षेत्र में बिजली बिल वाली दीदी के नाम से ही मशहूर हो गई. गांव में क्या बुजुर्ग क्या बच्चे और क्या नौजवान सब इन्हे बिजली बिल वाली दीदी के नाम से ही पुकारने लगे और ये नाम अब पुरे जनपद में चर्चित है. पुष्पा देवी ने एक वर्ष में बिजली बिलों की उपभोक्ताओं से 50 लाख की राजस्व वसूली कर विभाग में जमा कराए हैं.
दरअसल पुष्पादेवी समूह चलाती हैं. वे न केवल घर-घर जाकर मीटर रीडिंग लेती हैं, बल्कि बिल भी निकालती हैं. बिल वितरित करने के बाद बिल का भुगतान लेकर उसे विभाग में जमा भी करती हैं. उन्होंने बिल भुगतान का रेकॉर्ड 50 लाख रुपये राजस्व में जमा किया है. पुष्पादेवी के मन में कुछ करने की ललक थी. उनकी इच्छा थी कि अपने पैरों पर खड़ा हुआ जाए और कुछ ऐसा काम किया जाए जिससे लोगों से भी जुड़ाव बना रहे. तभी पुष्पा बिजली विभाग वालों के संपर्क में आईं.
अधिकारियों ने किया महिला को सम्मानित
उन्होंने उपभोक्ताओं के बिल वसूल कर पैसा विभाग में जमा कराने और बदले में कमीशन देने की बात कही. जिसे पुष्पा ने चुनौती के रूप में स्वीकार कर लिया . पुष्पा देवी बताती हैं कि वो समूह के तहत काम कर रही है. शुरुआत मे उसे इस काम में थोड़ा असहज महसूस हुआ लेकिन अब वह इसे आसानी से कर रही है और समूह की अन्य महिलाओं को भी इसके लिए जागरूक करती है. जिसको लेकर आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुष्पा देवी को सम्मानित भी किया जा चुका है.
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