महोबा. महोबा के चर्चित व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के रहस्य से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है. एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने महोबा में पीसी कर मामले का खुलासा किया. एडीजी ने बताया कि एसआईटी की जांच के अनुसार, व्यापारी ने लाइसेंसी पिस्टल से कार के अंदर खुद को गोली मार ली थी. व्यापारी इंद्रकांत पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान चल रहे थे और वे काफी तनाव में थे. एडीजी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित होने की वजह से तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार से अभी बातचीत नही हो पाई है.


8 सितंबर का है मामला
बतादें कि महोबा में 8 सितंबर को व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी झांसी-मिर्जापुर हाइवे पर अपनी ही कार में गोली लगने से घायल हालात में मिला था. हालात नाजुक के कारण उसे कानपुर रेफर कर दिया गया था. हालांकि इलाज के दौरान व्यापारी की मौत हो गई थी.


वायरल वीडियो में एसपी पर लगाया था आरोप
इस घटना से कुछ दिन पहले ही व्यापारी ने एक वीडियो बनाया था. इस वीडियो में उसने महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर 5 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. व्यापारी ने कहा कि जब उसने रिश्वत देने में असमर्थता जताई तो उसे जान से मरवाने व फर्जी मुकदमों में फंसाने धमकी भी दी गई. मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल एसपी को निलंबित कर दिया था. महोबा में ही मृतक व्यापारी की तहरीर पर एसपी मणिलाल पाटीदार, कबरई थाना प्रभारी देवेंद्र शुक्ला सहित 4 लोगों के खिलाफ हत्या की साजिश, हत्या का प्रयास व भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया था.


जांच के लिए बनाई गई एसआईटी
व्यापारी की मौत की जांच के लिए सीएम के आदेश पर वाराणसी के आईजी विजय सिंह मीणा के नेतृत्व में 3 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया था. एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद आज प्रयागराज के एडीजी प्रेम प्रकाश ने महोबा पहुंचकर मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि मामला हत्या का नही लग रहा है. मृतक इंद्रकात पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान थे जिसके चलते वह तनाव में रहते थे. गोली कार के अंदर से ही चली थी, बाकी जांच अभी जारी रहेगी.


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