मेरठ, एबीपी गंगा। मेरठ में बीते 20 दिसंबर को हुई हिंसा में पुलिस पर गोलियां चलाने वाले अनीस खलीफा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 20 हजार का इनाम था। पुलिस की माने तो अनीस ने ही दंगाइयों को हथियार और कारतूस मुहैया कराया था और पुलिस पर गोली चलाने की जिम्मेदारी भी उसी पर थी। यही नहीं अनीस खलीफा का हिंसा भड़काने और फायरिंग में अहम रोल था। पुलिस ने आरोपी की फायरिंग करते हुए फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसके बाद उसकी पहचान हुई। इसके बाद ही पुलिस ने अनीस पर इनाम बढ़ाया था। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पिस्टल तमंचा और भारी संख्या में कारतूस भी बरामद कर लिया गया है।
20 दिसंबर को मेरठ में हजारों की संख्या में उपद्रवियों ने सड़क पर उतरकर पुलिस के सामने बवाल किया था। पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई । लिसाड़ी गेट में तीन जगह और नौचंदी में दो जगहों पर पुलिस को घेरकर गोलीबारी की गई थी। इस्लामाबाद चौकी को भी बवालियों ने आग के हवाले कर दिया था। 35 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को एक दुकान में बंद कर जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। इस मामले में पुलिस ने कुछ आरोपियों के फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए थे, जो पुलिस पर फायरिंग करते हुए दिखाई कर रहे थे। इन सभी के फोटो बाजारों और थानों पर भी लगाए गए थे।
पूछताछ में अनीस ने बताया कि 1987 के दंगों में उसके भाई की हत्या कर दी गई थी। उसी का बदला लेने के लिए अनीस पीएफआई से जुड़ा और बीती 20 दिसंबर को हिंसा की साज़िश रची थी ।
आपको बता दें कि हिंसा करने के आरोप में तीन आरोपियों की धरपकड़ पुलिस कर चुकी है, जबकि 20 हजार का इनामी अनीस खलीफा फरार चल रहा था। लिसाड़ी गेट पुलिस ने अनीस खलीफा को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया । आरोपी से पिस्टल भी बरामद कर ली गई । पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अनीस सद्दीकनगर का रहने वाला है और उसका कपड़े का कारोबार है ।