अमेठी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये सपा-बीजेपी में सियासी रस्साकशी तेज
अमेठी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये सियासी लड़ाई तेज हो गई है. मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है. वहीं, सपा ने अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है.
अमेठी: जिला पंचायत अध्यक्ष पद रिक्त होने से प्रभावित विकास कार्यों को गति देने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन की अधिसूचना जारी कर दी. जारी कार्यक्रम के अनुसार 26 जून को नामांकन तो तीन जुलाई को वोटिंग व मतों की गिनती होगी. आयोग से अधिसूचना जारी होते ही अनारक्षित श्रेणी में शामिल अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है. वहीं DDC सदस्यों को अपने पाले में करने की कोशिश में जुटे उम्मीदारवारों ने कोशिश तेज कर दी है.
अमेठी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए तेज हुई रस्साकसी
जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ में फिलहाल सपा और भाजपा खेमा ही सक्रिय नज़र आ रहा है. अमेठी में समाजवादी पार्टी गौरीगंज एमएलए राकेश प्रताप सिंह की पत्नी शीलम सिंह के अलावा किसी भी पार्टी ने अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. तो वहीं अमेठी में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उद्योगपति राजेश मसाला को लेकर जोरदार किलेबंदी कर करने में भाजपा जुटी है. जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर रस्साकशी अब तेज हो गई है. सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा उद्योगपति राजेश मसाला को लेकर किलेबंदी दुरुस्त करने में जुटी है.
भाजपा और सपा दोनों पार्टियां अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति में जुटे
अमेठी जिले में जिला पंचायत के लिए 36 सदस्य चुनकर आए हैं. समाजवादी पार्टी की ओर से गौरीगंज विधायक राकेश सिंह की पत्नी शीलम सिंह को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया गया है. पिछली बार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सपा का ही कब्जा रहा है. या यूं कहें विधायक राकेश प्रताप सिंह द्वारा शिवकली मौर्य को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया गया था. इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट अनारक्षित है. ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए पूरी कोशिश में है. हालांकि पार्टी की ओर से अभी किसी को भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद का अधिकृत प्रत्याशी नहीं घोषित किया गया है. लेकिन आमजन में यह चर्चा है कि उद्योगपति राजेश अग्रहरी को जिला पंचायत अध्यक्ष उम्मीदवार के रूप में पार्टी द्वारा तैयार किया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नजदीकी लोगों में शामिल हैं राजेश मसाला
राजेश अग्रहरी अमेठी सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी माने जाते हैं. खुद स्मृति भी उनके निर्वाचन को लेकर तत्पर हैं. सांसद प्रतिनिधि विजय गुप्ता पंचायत चुनाव के बाद कई बार अमेठी का दौरा कर चुके हैं और जिला पंचायत सदस्यों के साथ बैठक व मुलाकात कर किलेबंदी मजबूत कर चुके हैं. अभी हाल ही में अचानक अमेठी दौरे पर पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भी राजेश अग्रहरी ने मुलाकात की थी.
कांग्रेस, BSP और जनसत्ता दल के सदस्यों की मतदान में रहेगी निर्णायक भूमिका
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में विजयी हुए निर्दलों सदस्यों पर सब की आस लगी हुई है. भाजपा व सपा के अलावा अन्य कोई तीसरी पार्टी फिलहाल मैदान में दिखाई नहीं दे रही है. आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस के दो, बसपा तीन व जनसत्ता दल का एक सदस्य चुनाव जीतकर मैदान में आए हैं. ऐसे में दोनों दलों को इन्हें साधना भी महत्वपूर्ण होगा. इसके साथ ही बड़ी संख्या में जीतकर आए निर्दल उम्मीदवार भी इस बार निर्णायक की भूमिका में नजर आएंगे.
26 जून से शुरु होगी मतदान की प्रक्रिया
26 जून को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नामांकन पत्र जमा करेंगे. 26 जून को ही तीन बजे से RO नामांकन पत्रों की जांच का काम पूरा करेंगे. जांच के बाद 29 जून को नाम वापसी होगी. नाम वापसी के बाद तीन जुलाई को 11 बजे से 3 बजे तक मतदान व 3 बजे के बाद मतों की गिनती का कार्य आयोग के निर्देशानुसार पूरा किया जाएगा.
अमेठी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनारक्षित श्रेणी में शामिल है. जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी के निर्वाचन को पारदर्शी बनाने के लिए जिला प्रशाासन ने कवायद शुरू कर दी है. सपा ने गौरीगंज विधायक राकेश सिंह की पत्नी शीलम सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है. सत्ताधारी पार्टी भाजपा, कांग्रेस व बसपा अभी तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर सकी है.
एडीएम सुशील प्रताप सिंह ने बताया कि, आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार जिले में निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से निर्वाचन प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी.
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