Mainpuri By-Election: क्या अखिलेश यादव और शिवपाल यादव सच में एकजुट हो गए हैं? बीजेपी नेता हरिओम यादव ने दिया जवाब
UP By-Election 2022: बीजेपी नेता हरिओम यादव ने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव की तस्वीर पर तंज कसते हुए कहा कि ये पारिवारिक गठबंधन है. मैनपुरी सपा की आखिरी कील साबित होगी और यहां कमल खिलेगा.
Mainpuri By-Election 2022: मैनपुरी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (SP) और बीजेपी (BJP) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच बीजेपी के प्रदेश मंत्री गिरीश यादव और बीजेपी नेता हरिओम यादव (Hariom Yadav) इटावा की जसंवतनगर विधानसभा पहुंचे जहां उन्होंने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल यादव (Shaivpal Yadav) की साथ तस्वीर को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये पारिवारिक गठबंधन हैं, राजनीतिक नहीं है. समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी बन चुकी है. मैनपुरी सपा की आखिरी कील साबित होगी. यहां पर भी कमल खिलेगा.
सपा और अखिलेश यादव पर निशाना
मैनपुरी उपचुनाव को लेकर जसवंत नगर विधानसभा में शुक्रवार को बीजेपी दफ्तर के उद्घाटन के मौके पर तमाम बीजेपी के नेताओं का जमावड़ा लगा. इस मौके पर सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायक हरिओम यादव ने कहा कि इस बार में जसवंत नगर का मिजाज बदला हुआ है. जसवंत नगर से बीजेपी बढ़त बनाकर चलेगी. हरिओम यादव शिवपाल के करीबी रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिवपाल सिंह ने परिवार के नाते डिंपल को जरूर आशीर्वाद दिया है लेकिन राजनीतिक दृष्टि से नहीं दिया है क्योंकि सपा में शिवपाल का बहुत अपमान हुआ है. असल बात तो उनकी आत्मा ही बता सकती है कि नेताजी के देहांत के बाद अभी तक कभी भी अखिलेश और शिवपाल में 2 मिनट की भी बात नहीं हुई.
अखिलेश-शिवपाल की तस्वीर पर कही ये बात
चाचा शिवपाल यादव के साथ अखिलेश यादव की तस्वीर को लेकर हरिओम यादव ने कहा कि इससे कैसे कह सकते है कि चाचा-भतीजे एक साथ आ गए हैं. चाचा जरूर अखिलेश को माफ कर सकते हैं लेकिन अखिलेश कभी भी शिवपाल को माफ नहीं करेंगे. उन्होंने मंच से भाषण देते हुए कहा कि नेताजी को तो यादव जाति अपना नेता मानती थी लेकिन अखिलेश यादव को यादव कभी भी नेता नहीं मानेंगे. नेताजी के चुनाव में सारे जाति बंधन टूट जाते थे सारी जाति के लोग नेता जी को वोट करते थे लेकिन अब बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य भारी बहुमत से यह चुनाव जीतने जा रहे हैं.
रामगोपाल यादव पर कसा तंज
बीजेपी नेता सपा महासचिव रामगोपाल यादव पर तंज करते हुए कहा कि परिवार एवं पार्टी को अकेले चश्मा ही खत्म कर देगा. 2022 के विधानसभा चुनाव में नेताजी की वजह से सपा गठबंधन की 100 सीटें आ गई थी लेकिन 2027 के चुनाव में सपा के विधायक ढूंढे नहीं मिलेंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा का खाता भी नहीं खुलेगा.
मैनपुरी में कमल खिलने का दावा
वहीं प्रदेश मंत्री गिरीश यादव ने कहा कि मैनपुरी का उपचुनाव बीजेपी के लिए कोई चुनौती नहीं है और ना ही मैनपुरी किसी की परंपरागत सीट है. पूरे देश में बीजेपी का परचम लहरा रहा है. मैनपुरी में भी इस बार कमल खिलने जा रहा है. जिस तरह आजमगढ़ एवं रामपुर में समाजवादी पार्टी चुनाव हारी है उस तरह से मैनपुरी भी सपा की आखिरी कील साबित होगी. भले ही परिवार एक हो जाए उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा विधानसभा चुनाव में भी परिवार एक होकर लड़ा था लेकिन नतीजा आपके सामने है.
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