UP News: मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) के लिए एटा के पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाएं जाने को लेकर एक लिस्ट सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रही है. महत्वपूर्ण बात यह है कि पुलिसकर्मियों की इस लिस्ट में जाति का भी कॉलम लगाया गया है यानी इसमें प्रत्येक पुलिसकर्मियों की जाति दर्ज की गई है. गौर करने वाली बात यह है कि एक भी यादव (Yadav) और मुस्लिम (Muslim) जाति के पुलिसकर्मी की ड्यूटी मैनपुरी उपचुनाव में नहीं लगाई गई हैं. मैनपुरी में 5 दिसंबर को उपचुनाव हैं जहां मुकाबला सपा की डिंपल यादव और बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य के बीच है.


लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. विपक्ष ने सरकार और प्रशासन पर निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े किए हैं. सपा नेता और पूर्व रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने इसे शर्मनाक बताया. उन्होंने पुलिस विभाग को जातियों में बांटने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पुलिस की कोई जाति नहीं होती. हम सब समाज और देश के लिए काम करते हैं. सरकार ने जाति का कॉलम लगाकर पुलिस को बदनाम करने का काम किया है. 




खास जाति का नाम शामिल न होने पर विवाद शुरू


 पुलिसकर्मियों की लिस्ट वायरल होने पर विवाद शुरू हो गया है. लिस्ट में जाति कॉलम के अनुसार ऐसा पता चल रहा है कि उपचुनाव में यादव और मुस्लिम जाति के पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं किया जा रहा. यह लिस्ट एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम से वायरल हो रही है. यह लिस्ट एटा से जारी की गई है. इसके बारे में जब बात करने की कोशिश की गई तो अधिकारियों से प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई क्योंकि सभी अधिकारी क्षेत्र से बाहर हैं. 


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