UP By-Election Result 2022: उत्तर प्रदेश में तीन सीटों उपचुनाव के परिणामों के बाद एक बार फिर से बयानबाजी शुरू हो गई है. मैनपुरी (Mainpuri) लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की प्रत्याशी और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Akhilesh Yadav) ने बड़ी जीत दर्ज की है. वहीं बीजेपी (BJP) की हार के बाद सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) का बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) को लेकर बड़ा दावा किया है.
कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने कहा, "शिवपाल यादव ने बीजेपी में शामिल होने के कितने प्रयास किए. बीजेपी ने न ही उन्हें शामिल किया और न ही टिकट दिया. मैनपुर उपचुनाव के लिए भी वे बीजेपी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया. इंकार करने के बाद अखिलेश यादव का हाथ उन्होंने थाम लिया."
क्यों किया था सपा के चाचा को अलग?
बीजेपी सांसद ने कहा, "इसमें एक प्रकार का शर्त था कि बीजेपी अगर उन्हें टिकट दे और वे बीजेपी में आ जाएंगे. लेकिन बीजेपी को उन्हें लेने की कोई रुचि नहीं थी. दूसरी बात कि सपा ने शिवपाल सिंह यादव को किनारे क्यों किया था, क्योंकि सपा में गुंडा प्रवृति शिवपाल सिंह यादव के कारण थी. सपा में माफिया भी शिवपाल यादव के कारण थे. यही इशारा करते हुए अखिलेश यादव ने उन्हें अलग करके अपनी क्षवि ठीक करने का प्रयास किया था."
सांसद सुब्रत पाठक ने कहा, "मुख्तार अंसारी को इन्होंने सपा ज्वाइन कराई थी. चाचा को आपने इस लिए किनारे किया था कि चाचा गुंडा हैं. वे गुंडों को संरक्षण देते हैं. लेकिन अब आप चाचा को फिर से शामिल कर रहे हो तो आखिर क्या मैसेज देना चाहते हो. बीजेपी चाहती है कि किसी के परिवार में बिखराव नहीं हो. जिस तरह से चाचा-भतीजे के बीच आपस का झगड़ा था. उसमें इनपुट थे कि चाचा की जान को खतरा भी हो सकता है, उस नाते एजेंसियों ने उन्हें सुरक्षा दी होगी."