Mainpuri Bypoll Result: मैनपुरी में डिंपल को मिला चाचा शिवपाल का भरपूर आशीर्वाद, जसवंतनगर में सपा की बंपर बढ़त
Mainpuri By-election Result 2022: मैनपुरी लोकसभा सीट में पांच विधानसभा सीटें आती हैं, लेकिन चाचा शिवपाल सिंह यादव की जसवंतनगर विधानसभा सीट से उन्हें सबसे ज्यादा बढ़त मिली है.
Mainpuri By-election Result 2022: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) के अब तक जो रुझान सामने आए हैं उस पर समाजवादी कुनबे की एकजुटता का असर साफ दिखाई दे रहा है. सपा प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को चाचा शिवपाल यादव (Shivpal) का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है. शिवपाल यादव की जसवंतनगर विधानसभा सीट (Jaswantnagar) पर डिंपल बंपर बढ़त बनाए हुए हैं. जसवंतनगर में 25वें राउंड की काउंटिंग तक डिंपल यादव करीब 85 हजार वोटों से आगे चल रही हैं. 12 बजे तक आए आंकड़ों के मुताबिक डिंपल यादव ने 1 लाख 15 हजार वोटों की बढ़त बना ली है.
जसंवत नगर ने डिंपल पर बरसाया प्यार
मैनपुरी लोकसभा सीट में पांच विधानसभा सीटें आती हैं इनमें अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की जसंवत नगर सीट और अखिलेश यादव की करहल विधानसभा सीट भी आती है. डिंपल यादव इन सभी पांचों सीटों पर लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. लेकिन चाचा शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सीट से उन्हें सबसे ज्यादा बढ़त मिली है. इस सीट पर डिंपल यादव को 85 हजार वोटों की बढ़त मिल चुकी है, जिससे साफ कहा जा सकता है कि शिवपाल सिंह यादव का आशीर्वाद डिंपल यादव दिल खोलकर मिला है.
शिवपाल यादव की जसवंत नगर सीट से जिस तरह से डिंपल यादव को बढ़त मिलती दिख रही है. उसने एक बार फिर से समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव की भूमिका को बढ़ा दिया है. इन चुनाव ने साबित कर दिया है कि शिवपाल यादव सपा में चाणक्य की भूमिका में रह सकते हैं. उपचुनाव से पहले अखिलेश यादव को भी इस बात का अंदाजा था कि चाचा शिवपाल यादव के बिना डिंपल यादव की जीत को सुनिश्चित करना मुश्किल हो सकता है ऐसे में अब देखने वाली बात ये होगी कि अखिलेश इस जीत के बदले चाचा को क्या रिटर्न गिफ्ट देंगे.
सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी उपचुनाव में सपा की विरासत को बचाने के लिए डिंपल यादव को मैदान में उतारा गया था. इस चुनाव को पूरे सपा परिवार ने एकजुट होकर लड़ा. कई बार मंच पर अखिलेश और डिंपल को शिवपाल यादव के पैर छूते भी देखा गया जिससे सपा कुनबे के एकजुट होने का बड़ा संदेश गया, जिसका असर ये हुआ कि लोगों ने एकजुट होकर सपा के पक्ष में मतदान किया.