UP by-election Result: जानिए- रामपुर और खतौली में अबतक का हाल? सियासी तस्वीर पर क्या होगा असर
By-election Result 2022 Live: खतौली में बीजेपी की राजकुमारी सैनी रालोद के मदन भैया से पीछे चल रही हैं. रामपुर में भी बीजेपी के आकाश सक्सेना सपा के आसिम राजा से पीछे चल रहे हैं.
Mainpuri-Rampur-Khatauli BY Polls Result 2022: कड़ी टक्कर की अटकलों की बीच यूपी उपचुनाव की तीनों सीटें विपक्षी सपा गठबंधन के पक्ष में जाती दिख रही हैं. हालांकि अभी फाइनल नतीजे घोषित नहीं हुए हैं और मतगणना जारी है लेकिन अब किसी भी बड़े उलटफेर की ज्यादा संभावना नहीं है क्योंकि सपा लगातार बढ़त बनाए हुए है. यूपी उपचुनाव में मैनपुरी में डिंपल यादव को 3 लाख 21 हजार से ज्यादा वोट मिल चुके हैं. वहीं रघुराज सिंह शाक्य को एक लाख 80 हजार वोट मिले हैं. डिंपल यहां करीब एक लाख 70 हजार वोटों से आगे हैं.
वहीं खतौली में बीजेपी की राजकुमारी सैनी रालोद के मदन भैया से पीछे चल रही हैं. सैनी को करीब 30 हजार वोट मिले हैं तो मदन भैया को 40 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं. रामपुर में भी बीजेपी के आकाश सक्सेना सपा के आसिम राजा से पीछे चल रहे हैं. रामपुर में बीजेपी के आकाश सक्सेना को 19 हजार वोट मिले हैं तो सपा के आसिम राजा को 25,500 वोट मिले हैं.
जहां एक तरफ पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुट रही हैं तो वहीं सपा अगर यह सीटें जीत जाती है जिसकी पूरी संभावना नजर आ रही है तो यूपी की राजनीति में नई करवट के आसार बढ़ेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले दो लोकसभा और दो विधानसभा चुनावों में लगातार हार के बाद यह पहला मौका होगा जब सपा ने बीजेपी को पटखनी दी है.
मैनपुरी की बात करें तो यहां सपा की जीत कोई हैरानी की बात नहीं है क्योंकि सपा पहले से ही यहां बहुत मजबूत स्थिति में है. ऐसे में बीजेपी के नेता यह दावा तो जरूर कर रहे थे कि पार्टी जीतेगी लेकिन जमीनी सच्चाई से वे भी वाकिफ थे. इसका कारण इस सीट पर जीत का अंतर पहले भी काफी ज्यादा रहा है. सपा के गढ़ में उसे मात देना इतना आसन तो नहीं था लेकिन वोटों का बड़ा अंतर कई बातों की तरफ इशारा कर रहा है. इस सीट पर करीब 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ था.
आजमगढ़ और रामपुर जीतने के बाद बीजेपी नेता अति उत्साहित थे. उन्हें यह भरोसा होने लगा था कि सपा के गढ़ में भी सेंध लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन अब जब नतीजे सपा के पक्ष में जा रहे हैं तो ऐसे में पार्टी को नए सिरे से रणनीति बनाने पर मजबूर होना पड़ सकता है. वहीं बात करें रामपुर की तो यह सीट भी सपा यानी आजम खान का गढ़ रही है. आजम यहां से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं.