वाराणसी. मकर संक्रांति के मौके पर काशी में घाट किनारों पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा है. घाट किनारे स्नान, ध्यान और दान का सिलसिला जारी है. इसके साथ ही भजन भी गाया जा रहा है. धार्मिक पर्व को काशी में मनाने का अलग अंदाज होता है. कहा जाता है कि जो लोग प्रयाग नहीं जा पाते वो काशी में स्नान करे तो उन्हें पुण्य फल प्राप्त होता है.


मुहूर्त से पहले भी स्नान ध्यान और दान
मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त 2 बजकर 37 मिनट पर है, लेकिन उदया तिथि में भक्तों ने गंगा स्नान किया. ब्रह्म मुहूर्त से ही काशी में भक्तों का जमावड़ा दिखाई दिया. भक्तों ने गंगा में स्नान कर डुबकी लगाई. वहीं तिल गुड़ से बने खाद्य पदार्थों का भी खास महत्व इस दिन माना जाता है.


इस पर्व पर सूर्य धनु राशि से मकर राशि मे प्रवेश करते हैं. इस दौरान खास तौर पर तिल और गुड़ से बनी चीजों के सेवन का विधान बताया गया है. मान्यता है कि इसके सेवन से साल भर तन में रोग बाधा नहीं आती और इस त्योहार को तिल गुड़ के सामान को दान की परंपरा है ताकि हर किसी तक ये पहुंच सके.


ऋषिकेश में भी लोगों ने लगाई डुबकी
वहीं इस मौके पर तीर्थ नगरी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर भारी संख्या में लोग गंगा में स्नान करने के लिए आ रहे हैं. लोग यहां खिचड़ी, अन्न-धन का दान कर रहे हैं. भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद है. जगह-जगह जल पुलिस की तैनाती की गई है.


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