Makar Sankranti 2023: हरिद्वार में मकर संक्रांति पर उमड़ा आस्था का सैलाब, श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई पवित्र डुबकी
Makar Snakranti 2023: हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में स्नान और दान को बेहद अहम माना जाता है. इस दिन श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद खिचड़ी, तिल, कपड़ों आदि का दान देते हैं.
Makar Snakranti 2023 Snan: धर्मनगरी हरिद्वार (Haridwar) में मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2023) के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचे का सिलसिला शुरू हो गया है. आज सुबह तड़के से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु मकर संक्रांति पर्व का स्नान करने के लिए गंगा घाटों पर पहुंच रहे हैं और गंगा में डुबकी लगाकर पवित्र स्नान कर रहे हैं. हरिद्वार में हर की पैड़ी (Har Ki Pauri) पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही पहुंचने लगे और मकर संक्रांति पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं की भक्ति के आगे कड़ाके की सर्दी का भी असर नहीं देखने को मिला.
हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में स्नान और दान को बेहद अहम माना जाता है. 14 जनवरी मकर संक्रांति पर साल का पहला सबसे बड़ा गंगा स्नान माना जाता है. इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं और इसके साथ ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायन में भी जाते हैं, इसलिए ये स्नान बेहद अहम हो जाता है. हरिद्वार में आज सुबह से ही हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया. उन्होंने गंगा घाटों पर पूजा अर्चना के बाद गंगा में स्नान किया और दान पुण्य किया. कहते हैं गंगा स्नान के बाद खिचड़ी, तिल, वस्त्र आदि का दान किया जाता है, जिसका कई गुणा फल प्राप्त होता है.
मकर संक्रांति स्नान के लिए तैयारी
मकर संक्रांति के अवसर पर हरिद्वार जिला प्रशासन ने भी खास तैयारियां की है. प्रशासन के मुताबिक कोरोना के दो साल बाद मकर संक्रांति स्नान हो रहा है, ऐसे में हरिद्वार में दस लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं. मेला क्षेत्र को 7 जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया गया है. संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी (CCTV) कैमरे की मदद ली जाएगी. इसके साथ ही करीब एक हजार पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं.
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