Makar Sankranti 2025: आज यानी 14 जनवरी को देश भर में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. मकर संक्रांति पर्व का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. धर्म नगरी हरिद्वार में मकर संक्रांति स्नान पर्व को सुचारू और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियां की गई. जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने मेला क्षेत्र को आठ जोन और 21 सेक्टर में विभाजित कर सुरक्षा और व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया है. स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए गए हैं.


ऋषिकुल ऑडिटोरियम में एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने पुलिस बल को ब्रीफिंग दी. इसमें मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर भीड़ प्रबंधन तक के बिंदुओं पर चर्चा हुई. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरुगेशन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को निर्देशित किया. एसएसपी डोबाल ने कहा कि लोहड़ी और मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर अचानक भीड़ बढ़ने की संभावना रहती है. इसे ध्यान में रखते हुए घाटों और मेला क्षेत्र में सुरक्षा और निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.


श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए घाटों पर तैनात रहेगी जल पुलिस
उन्होंने कहा कि स्नान के दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं के डूबने की संभावनाएं बनी रहती हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए जल पुलिस की टीमें तैनात की गई हैं. ये टीमें सतर्क रहेंगी और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेंगी. यातायात प्लान का सख्ती से पालन कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. जोनल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं. यदि भीड़ अत्यधिक बढ़ती है, तो इन मार्गों के जरिए जनसंख्या के दबाव को नियंत्रित किया जाएगा. 


सीसीटीवी से की जा रही मेला परिसर की निगरानी
एसएसपी ने कहा कि मेला ड्यूटी में तैनात हर कर्मी का अपना विशेष महत्व है. थोड़ी सी लापरवाही भी बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है, इसलिए सभी को अपनी जिम्मेदारियां दृढ़ता और संयम के साथ निभानी होंगी. पुलिसकर्मियों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे अनावश्यक रूप से मोबाइल फोन का प्रयोग न करें. घाटों पर भीड़ और सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई. संपूर्ण मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की व्यवस्था की गई है. पुलिस और प्रशासनिक टीमें पूरे क्षेत्र पर नजर रखेंगी. घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर जल पुलिस और गोताखोरों को तैनात किया गया है. स्नान पर्व पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी उपाय किए गए हैं.


एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि स्नान पर्व के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. इनमें नौ पुलिस उपाधीक्षक, 11 निरीक्षक, 87 उपनिरीक्षक, 152 हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल/महिला कांस्टेबल, 344 हेड कांस्टेबल प्रशिक्षु शामिल हैं. इसके अलावा, पांच कंपनी, एक प्लाटून, एक सेक्शन पीएसी/आईआरबी, तीन बम निरोधक दस्ते की टीमें, एक एटीएस टीम, 16 जल पुलिस कर्मी/गोताखोर, 16 अभिसूचना कर्मी, सात यातायात उप निरीक्षक और 37 हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल की तैनाती की गई है.


ट्र्रैफिक जाम से निपटने के लिए बनाए गए वैकल्पिक मार्ग
घाटों पर जल पुलिस और गोताखोरों की टीमें तैनात रहेंगी. ये टीमें स्नान के दौरान सतर्क रहेंगी और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करेंगी. श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और प्रशासन घाटों पर लगातार निगरानी करेगा. भीड़भाड़ वाले इलाकों में यातायात को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को विशेष निर्देश दिए गए हैं. मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही को सुचारू बनाए रखने के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार किए गए हैं. इसके अलावा, मेला ड्यूटी में तैनात कर्मियों को अपने ड्यूटी पॉइंट पर समय पर पहुंचने और अपने कार्य का जिम्मेदारी से निर्वहन करने के निर्देश दिए गए हैं.


हरिद्वार में मकर संक्रांति स्नान पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन और पुलिस ने व्यापक तैयारी की है. मेला क्षेत्र को आठ जोन और 21 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा और व्यवस्था को मजबूत किया गया है. घाटों पर जल पुलिस की तैनाती, सीसीटीवी निगरानी, और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे पुलिस के दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्नान पर्व का आनंद लें.


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