Prayagraj Magh Mela 2022: मकर संक्रांति पर संगम में स्नान के साथ प्रयागराज में शुरू हुआ माघ मेला, कोरोना गाइडलान का हो रहा है धड़ल्ले से उल्लंघन
Prayagraj Magh Mela 2022: कोरोना की वजह से श्रद्धालुओं की संख्या में काफी गिरावट आई है, लेकिन इसके बावजूद लाखों की भीड़ बेपरवाह नजर आ रही है. प्रशासन भी सख्ती बरतता हुआ नजर नहीं आ रहा है.
Magh Mela 2022 Prayagraj: मकर संक्रांति के पर्व संगम नगरी प्रयागराज में भी पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है. यहां गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए हजारों श्रद्धालु जमा हुए हैं. इस अवसर पर लोग अपने और परिवार की सुख-समृद्धि के साथ-साथ देश-दुनिया से कोरोना महामारी के खात्मे के लिए भी खास तौर पर प्रार्थना कर रहे हैं. प्रयागराज में शुक्रवार से ही माघ मेले की शुरुआत भी हुई है.
कोरोना नियमों का उल्लंघन
आस्था के इस मेले में पहले ही दिन कई लाख श्रद्धालु यहां आए हुए हैं. लोग उत्तरायण होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही तिल और खिचड़ी का दान कर रहे हैं. हालांकि इस बार के मेले पर भी कोरोना महामारी का साया साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. कोरोना की वजह से श्रद्धालुओं की संख्या में काफी गिरावट आई है. लेकिन इसके बावजूद लाखों की भीड़ बेपरवाह नजर आ रही है. सरकारी अमले ने यहां के लिए गाइडलाइन और एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन यहां सभी नियम-कानून सरकारी फाइलों में ही कैद होकर रह गए हैं. ग्राउंड पर कहीं कुछ भी नजर नहीं आ रहा है.
मेले में आज 18 लोग संक्रमित
लोग जागरूक और जिम्मेदार नजर नहीं आ रहे हैं. ना ही सरकारी अमला उन्हें कहीं रोकता-टोकता हुआ दिखाई दे रहा है. यह हालत तब है जब माघ मेले में कोरोना लगातार तेजी से पांव पसारता जा रहा है. माघ मेले में शुक्रवार को 18 और लोग संक्रमित पाए गए हैं. इनमें से ज्यादातर वे पुलिसकर्मी हैं, जो यहां अलग-अलग जिलों से ड्यूटी करने के लिए आए हैं. समझा जा सकता है कि श्रद्धालुओं की भीड़ आने से पहले ही माघ मेले में जब कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 70 के करीब पहुंच गई है तो लाखों की भीड़ के बीच कोरोना किस तरह से कहर बरपा सकता है. इसका अंदाजा लगाना कतई मुश्किल नहीं है.
बिना मास्क घूम रहे लोग
मेले में कुछ एक जगह पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था जरूर की गई है लेकिन वैक्सीन की दोनों डोज और 48 घंटे अंदर के नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट के नियम का कोई पालन नहीं किया जा रहा है. किसी भी जगह ये चीजें चेक नहीं की जा रही हैं. मेले में आज मकर संक्रांति का स्नान करने के लिए आने वाले 70 फीसदी से ज्यादा श्रद्धालु बिना मास्क के ही घूम रहे हैं. इन श्रद्धालुओं को सरकारी अमले की तरफ से मास्क पहनने के लिए नहीं कहा जा रहा है.
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