गोंडा: गोंडा से जालसाजी का चौंकाने वाला बड़ा मामला सामने आया है. डूडा का फर्जी परियोजना अधिकारी बनकर एक व्यक्ति ने कई लोगों से लाखों रुपये ठग लिए और उन्हें आसरा आवास का आवंटन पत्र भी जारी कर दिया. इस व्यक्ति ने लाभार्थियों को आसरा आवास के नकली आवंटन पत्र देकर लाखों रुपए वसूले और इस फर्जी आवंटन पत्र पर जिला अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के नकली हस्ताक्षर भी कर दिए और अब जांच के दौरान खुलासा होने पर विभाग में हड़कंप मच गया है.


जालसाज ने आवास भी दिलवा दिया


आपको बता दें की नगर कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइंस में नगरीय विकास विभाग के माध्यम से आसरा आवास बनवाए गए थे. काफी इंतजार के बाद प्रशासन द्वारा इनका आवंटन शुरू किया गया और इसी बीच एक जालसाज ने लाभार्थियों को डीएम व सीडीओ के नकली हस्ताक्षर करके आवंटन पत्र जारी कर दिया और बाकायदा आवास भी दे दिया. जालसाज पर आरोप है कि उसने 40 से 70 हजार रुपए वसूल लिए और कब्जा भी दिला दिया गया. आसरा आवास में रह रहे फर्जी आवंटियों को जब विभाग द्वारा आवास खाली करने की नोटिस दी गई तो आवास में रह रहे लोगों के बीच हाहाकार मच गया. इन लोगों द्वारा विकास भवन स्थित नगरीय विकास अभिकरण के कार्यालय पर आकर घंटों हंगामा काटा गया तथा पीड़ितों ने जालसाज को पकड़ कर पुलिस और परियोजना अधिकारी के हवाले कर दिया है. पुलिस ने धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है.


पीड़ित लोगों ने जालसाज को पकड़ा


वहीं ठगी का शिकार हुई प्रिया श्रीवास्तव सहित दर्जनों पीड़ित लोगों ने बताया कि विनोद नाम का एक व्यक्ति ने हम लोगों को आवंटन पत्र दिया था. वही जाकर पैसा वसूलता था. हम लोग तीन पीढ़ी से किराए के मकान में रह रहे हैं. 70 हजार दिया था कि मेरा आवंटन हो जाए. सूची में नाम निकला मुझे आवंटन पत्र भी मिला, लेकिन अब पता चला है कि यह आवंटन पत्र फर्जी है. गुरुवार को वह व्यक्ति आसरा आवास पर पहुंचा था. हम लोगों द्वारा उसे दौड़ाकर पकड़ने का प्रयास किया वह नाले में कूद गया, फिर भी हम लोग उसे पकड़ कर डूडा अधिकारी के पास लाए. उन्होंने नगर कोतवाली पुलिस को बुलाकर उसके हवाले कर दिया है. प्रिया श्रीवास्तव ने बताया कि कई लोगों से आवास देने के नाम पर उगाही की गई है.


वहीं इस संबंध में डूडा के परियोजना अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि आसरा आवास में 188 आवास खाली पड़े हैं. उनके आवंटन के लिए हमने टीम भेजी थी तो पता चला कि उसमें कुछ महिलाएं रह रही हैं. महिलाओं ने बताया कि उन्हें डूडा के एक अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने आवंटन पत्र दिया है. महिलाएं जब विनोद कुमार नामक व्यक्ति को पकड़ कर लाई तो परियोजना अधिकारी बनकर ठगी करने वाले को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई कर रही है.


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