लॉकडाउन में भी जारी था तस्करी का धंधा, पुलिस की मिलीभगत के खुलासे से मचा हड़कंप
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के दैरान भी कासगंज जिले में पुलिस के संरक्षण में खुले आम मादक पदार्थों की तस्करी का बड़ा रैकेट संचालित हो रहा था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब आज तस्करी का एक आरोपी पकड़ा गया।
कासगंज, एबीपी गंगा। कोरोना जैसी महामारी ने दुनियाभर में कहर ढा रखा है। बड़े से बड़ा और ताकतवर देश लॉकडाउन को मजबूर है। लेकिन यहां महामारी में भी खुलेआम मादक पदार्थों की तस्करी हो रही थी। हैरान करने वाली बात तो ये है कि पुलिस पर इस गैरकानूनी गतिविधि के संरक्षण के आरोप हैं। इस बात का खुलासा खुद तस्करी के एक आरोपी ने किया। आरोपी ने बताया कि इसकी एवज में वह पुलिस को हर महीने 5 हजार रुपये देता था। फिलहाल, आरोपी के कब्जे से लाखों रुपये का मादक पदार्थ और एक तमंचा भी बरामद किया गया है।
वहीं, पुलिस की मिलीभगत की बात सामने आते ही कासगंज के एसपी सुशील घुले ने तत्काल प्रभाव से दोनों आरोपी पुलिसवालों को निलंबित कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच कासगंज सीओ को सौंपी है। इसके अलावा तस्करी के एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, दूसरे की तलाश जारी है।
ऐसे हुआ पुलिस की मिलीभगत का खुलासा हुआ यूं कि एक सूचना के आधार पर कासगंज जिले की सोरों थाना पुलिस ने यहां के बदरिया मोहल्ले से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले युवक सुनील कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया। आरोपी, एटा जिले के निधौली कलां का रहने वाला है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब पूछताछ कि उसने बताया कि वह पिछले 4-5 सालों से मादक पदार्थों की तस्करी का काम करता है।
आरोपी ने इस बात का भी खुलासा किया कि वह अब तक ये काम इसीलिए आसानी से करता आया है क्योंकि पुलिस की मिलीभगत है। आरोपी ने बताया कि सोरों थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल देव शर्मा उससे पांच हजार रुपये प्रति माह लिया करता है। देव शर्मा से पहले सोरों थाने में ही तैनात सिपाही रामबीर, उससे पैसे लिया करता था। आरोपी ने खुलासा किया कि पुलिसवाले उसे फोन करके बुलाते थे और रुपये ले जाते थे।
महकमे में मचा हड़कंप तस्करी में पुलिस की मिलीभगत का खुलासा होने पर कासगंज पुलिस में हड़कंप मच गया है। इस ख़बर के बाहर आते ही आनन-फानन में एसपी सुशील कुमार घुले ने दोनों आरोपी पुलिसवालों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, मामले की जांच कासगंज के सीओ आए के तिवारी को सौंप दी है। वहीं, इस मामले में शक की सूई थानाध्यक्ष पर भी मंडराने लगी है।
आरोपी से ये मिला तस्करी के आरोपी सुनील कुमार गुप्ता के पास से 166 किलो अफीम डोडा पाउडर, 10 किलो अफीम वान, डोडा पाउडर की तीन किलो की पुड़िया सहित एक तमंचा, 62 हजार रुपये नकद, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, कैलकुलेटर के अलावा पैकिंग के सामान भी बरामद हुआ है। एसपी के मुताबिक बरामद हुए मादक पदार्थ की कीमत 8 से 10 लाख रुपये तक है। वहीं, इस मामले में दूसरा आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर है।