लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। ट्विटर पर प्रशांत कनौजिया नाम के युवक ने सीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इस मामले में हजरतगंज कोतवाली में दारोगा विकास कुमार ने प्रशांत के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस टीम ने आरोपी को शनिवार शाम नोएडा में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे लेकर लखनऊ पहुंची है। प्रशांत कनौजिया स्वतंत्र पत्रकार हैं और दिल्ली में रहते हैं।
नोएडा मिली लोकेशन
मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम सेल और हजरतगंज पुलिस की संयुक्त टीम को आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए रवाना किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी की लोकेशन नोएडा में मिली थी जिसके आधार पर तलाश की गई। उधर, उच्चाधिकारियों के आदेश पर साइबर क्राइम सेल की टीम नोएडा में छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
सीएम की छवि को धूमिल करने का प्रयास
पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि पत्रकार प्रशांत कनौजिया के खिलाफ हजरतगंज थाने में शुक्रवार रात में एक सब इंस्पेक्टर द्वारा प्राथिमकी दर्ज कराई गई थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की और उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया। बता दें कि आरोपी पत्रकार कनौजिया ने एक वीडियो टि्वटर और फेसबुक पर शेयर किया था, जिसमें एक महिला मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर विभिन्न मीडिया संगठनों के संवाददाताओं से बात करती दिख रही है।
ये था पूरा मामला
दरअसल, बीती 6 जून को कानपुर नगर के नवाबगंज निवासी एक महिला मुख्यमंत्री के सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर उनसे मिलने की जिद पर अड़ गई थी। वो खुद को उनकी प्रेमिका बता रही थी और उसका दावा था कि योगी आदित्यनाथ पिछले एक वर्ष से ऑनलाइन सुबह से लेकर रात तक उसके साथ रहते रहे। यह महिला तलाकशुदा है और वह 100 रुपये के स्टांप पर प्रेम पत्र लिखकर पहुंची थी। महिला वह योगी को सीधे सौंपना चाहती थी और इस प्रेम पत्र में उसने बहुत कुछ लिखा था।