मेरठ, एबीपी गंगा। मेरठ पुलिस के रवैये से परेशान एक व्यापारी ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह की कोशिश की है। गंभीर रूप से जले व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बतादें कि शताब्दी नगर के रहने वाले रणजीत चौहान ने साल 2018 में नवीन मंडी स्थित पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंधक पर अपने खाते की गोपनीयता भंग करने का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रणजीत के पुत्र विक्की चौहान का आरोप है कि पिछले काफी समय से उसके पिता मामले में कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है।


बुधवार रात भी पीड़ित रणजीत थानेदार से मिलने के लिए थाने गया और घंटों इंतजार करता रहा। इस बीच उसने इंस्पेक्टर को कई फोन किए मगर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। परेशान रणजीत ने अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर अपने ऊपर डाल लिया और खुद को आग लगा दी। रणजीत बाइक स्टार्ट करके थाने के अंदर ही घुस गया। चीखते-चिल्लाते अधेड़ को जलते देख सड़क पर चल रहे लोगों में हड़कंप मच गया। उधर व्यापारी की हरकत से थाने के पुलिसकर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। उन्होंने जैसे-तैसे व्यापारी की आग बुझाते हुए आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया।


घटना की जानकारी के बाद पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिजनों से पूछताछ की। व्यापारी के परिजन पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि आग लगाने वाले व्यापारी के ऊपर कई लोगों का कर्ज है। उसने जिन धाराओं में बैंक मैनेजर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नियमानुसार उन्हें आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। मगर इसके बावजूद वह पुलिस पर आरोपी बैंक मैनेजर को गिरफ्तार करने का दबाव बना रहा था। फिलहाल, मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है।