बुलंदशहर, एबीपी गंगा। बुलंदशहर में होश उड़ा देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बेटा सरकारी नौकरी के लिए अपने ही पिता के खून का प्यासा हो गया। बेटे ने पिता का बेरहमी से कत्ल कर दिया। बेटे की इस करतूत में उसकी मां ने भी उसका साथ दिया। हैरान कर देने वाली ये घटना बीबी नगर थाना क्षेत्र के अहमदानगर गांव की है। अहमदानगर के ही रहने वाले तेजपाल उर्फ तेजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीही में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर सेवारत थे। तेजपाल की रिटायरमेंट को तीन ही महीने बचे थे। अपने पति की पेंशन और सरकारी नौकरी बेटे को दिलाने के लिए मेमवती ने हत्या की साजिश रची। इस साजिश में उसने अपने बेटे कपिल को भी शामिल कर लिया।


इस साजिश के तहत मेमवती और उसके बेटे कपिल ने 14 सितंबर को घर पर ही तेजपाल की गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं, दोनों ने कुल्हाड़ी से तेजपाल के शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। तेजपाल के हाथ, पैर, सिर, धड़ को अलग-अलग काटकर बोरे में भर दिए। फिर दोनों ने गांव के बाहर गड्ढा खोदा और बोरा वहीं दबा दिया।


ऐसे सुलझी हत्या की गुत्थी
16 सितंबर को तेजपाल का एक हाथ खेत में पड़ा मिला। इसकी खबर पुलिस को दी गई। पुलिस ने घरवालों से पूछताछ की तो पता चला कि तेजपाल कई घंटों से लापता है। पुलिस ने ग्रामीणों के साथ तेजपाल की शव की तलाश शुरू कर दी। घर से थोड़ी ही दूर पुलिस को गड्ढा मिला। गड्ढा खुदवाया गया तो उसमें बोरा पड़ा मिला। पुलिस ने जब बोरा खुलवाया तो होश उड़ गए। बोरे में तेजपाल के शव के कई टुकड़े थे।


तेजपाल का शव मिलने के बाद पुलिस ने कपिल और उसकी मां से पूछताछ की। पूछताछ में कपिल ने बताया कि वो तीन दिन से लापता पिता के इंतजार में थे। उन्हें शक था कि कहीं स्कूल के काम से इलाहाबाद किसी परिचित के साथ गंगा स्नान के लिए गए होंगे। वहीं, पुलिस ने जब घर के अंदर तलाश की तो खून के छींटें दिखाई दिए। पुलिस ने कपिल और मेमवती से सख्ती से पूछताछ की। जिसके बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूला। पुलिस ने हत्या में शामिल कुल्हाड़ी को बरामद कर लिया है।