जालौन: यूपी के कई जिलों में रहस्यमयी बुखार से लोगों की लगातार मौतें हो रहीं हैं. वहीं, जालौन में डेंगू (Dengue Case in Jalaun) ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं और रविवार को डेंगू से हुई एक युवक की मौत (Death Due to Dengue) के बाद से हड़कंप मच गया. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) अलर्ट मोड पर है. मृतक के घर के आसपास पहुंची स्वास्थ्य टीम ने जागरूकता अभियान चलाया और घरों की कूलरों व नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया.
अलर्ट मोड पर आया प्रशासन
बता दें कि, जिले में डेंगू से हुई एक मौत के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. मृतक के घर में जाकर व आसपास के इलाकों में स्वाथ्यकर्मियों ने फॉगिंग व दवा का छिड़काव किया और लोगों को जागरूक किया. वहीं, डेंगू की सतर्कता को देखते हुए डीएम प्रियंका निरंजन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मीटिंग लेते हुए उन्होंने दिशानिर्देश दिए हैं कि डेंगू, मलेरिया व अन्य बुखारों की पहचान के लिए जिले में 7 से 16 सितंबर तक डोर टू डोर सर्वे कराया जायेगा. सर्वे के दौरान डेंगू, मलेरिया, कोविड-19 आदि के मरीजों का सर्वे कर उचित उपचार कराया जाएगा.
एंटी लार्वा और फॉगिंग के निर्देश
सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि, इलाकों में प्रतिदिन एंटी लार्वा और फागिंग की जाए साथ ही आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि, अपने-अपने घर के आसपास पानी से भरे बर्तन जैसे कूलर, गमले, छतों पर रखे पुराने टायर में एक सप्ताह से ज्यादा रुके हुए पानी को साफ कर दें. इससे डेंगू मलेरिया का खतरा बनता है. बच्चों को पूरी आस्तीन की कमीज व पेंट पहनाये इसके साथ ही मच्छरदानी का प्रयोग करें.
वहीं, जिले में डेंगू से हुई एक मौत के बाद डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि, डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. जिले में 7 से 16 सितंबर तक अभियान चलाया जाएगा. डेंगू व मलेरिया के लक्षण होने पर पेरासिटामोल की गोली ले सकते हैं. इसके साथ ही ठंडे पानी से शरीर को पोंछे. गंभीर मामले में तुरंत अस्पताल में संपर्क करें. एस्पिरिन व एस्ट्रोइड दवाओं का परहेज करें. साथ ही लोगों से अपील है कि अपने घरों के आसपास पानी को जमा न होने दें. कूलर, गमलों, पुराने टायर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
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