शख्स ने खुद को आर्मी ऑफिसर बताकर कई लड़कियों का उत्पीड़न किया, अलीगढ़ से गिरफ्तार
UP News: गुजरात पुलिस ने अलीगढ़ के रहने वाले एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो खुद को आर्मी ऑफिसर बताकर कई लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर उनका उत्पीड़न कर चुका है.
Aligarh News: गुजरात पुलिस ने अलीगढ़ के रहने वाले एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो अपने नाम को बदलने के बाद दर्जनों लड़कियों को प्रेमजाल में फंसा कर उनका उत्पीड़न कर चुका है. युवक हिंदू नाम का प्रयोग करते हुए खुद को सेना का बड़ा अधिकारी बताया करता था. युवक की नजर उन महिलाओं पर रहती थी जो मल्टी कंपनियों में बड़ी-बड़ी पोस्ट पर आसीन है. युवक अलग-अलग ऐप के माध्यम से लड़कियों को अपने जाल में फंसाने के बाद उनसे पैसे ऐंठने का काम करता था. आरोपी द्वारा अबतक एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों से धर्म बदलकर विवाह करने की बात सामने आई है. युवक की पोल तब खुली जब उसने ट्रेन से एक बैग चोरी किया. इसके बाद युवक की कलई खुलती गई.
युवक के उन फर्जी दस्तावेजों का खुलासा हो गया जिनका वह बीते दिनों से लगातार प्रयोग करता नजर आ रहा था. गुजरात पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवक की शिनाख़्त की और उसके बाद उसे गिरफ्तार किया. युवक ने अपना नाम बदलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक में खाता भी खुलवाया था. आरोपी ने इन बैंक खातों की माध्यम से अलग-अलग जगह लेनदेने किए.
जब पुलिस कर्मियों ने इस मामले में बैंक मैनेजर से जानकारी चाही तो मैनेजर ने इस पर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए सारा दोष कर्मचारियों पर मढ़ दिया. वहीं पुलिस की जांच को देख बैंक मैनेजर ने युवक की बैंक डिटेल आयकर विभाग को दी है. पूरे मामले में अब एजेंसी जांच कर रही है और युवक से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है. गुजरात से अलीगढ़ पहुचीं पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर फर्जी आधार और पेन कार्ड बनाने वाले लोगों के बयान दर्ज करते हुए साक्ष्य एकत्रित भी किए है.
क्या कहती है आरोपी को पकड़ने वाली पुलिस
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए गुजरात अहमदाबाद पुलिस के इंस्पेक्टर जेडी गडावी ने बताया कि, 31 अगस्त को अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन रुकी थी. इस ट्रेन से एक परिवार अपना सामान उतर रहा था. कई बैग बाहर निकालते समय उनके साथ एक अन्य बैग और गिर गया. उस परिवार ने वह बैग उनका न होने पर उसे उसी बोगी में रख दिया. इस दौरान मौका पाते ही उसी ट्रेन में सवार अलीगढ़ शहर के निवासी मोहम्मद शहबाज ने उस बैग को चुरा लिया और आरोपी मौके से फरार हो गया.
जब बैग के मालिक ने बैग को तलाशा तो बैग का कहीं पता नहीं चला. जिस व्यक्ति ने पूरे मामले की जानकारी रेलवे पुलिस को दी. पुलिस ने जब इस मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो बैग चोरी करने वाला आरोपी सीसीटीवी फुटेज में मिल गया. टिकट रिजर्वेशन व सीसीटीवी खंगाले गए तो उस युवक की पहचान सीट के माध्यम से हो गई. मोबाइल नंबर से मिली लोकेशन को लेकर पुलिस अलर्ट हो गई. अहमदाबाद पुलिस निरीक्षक ने बताया इसी के आधार पर आरोपी के टिकट पर उसका नाम हर्षित चौधरी निकल कर आया. रिजर्वेशन चार्ट में पड़े मोबाइल नंबर से आरोपी की लोकेशन दिल्ली में मिली. इस पर गुजरात पुलिस को आरोपी ने खुद को हर्षित चौधरी भरतपुर राजस्थान का रहने वाला बताया और बड़ा सेना का अधिकारी होने का दावा किया.
पूछताछ में आरोपी ने उगले कई राज
जब पुलिस के द्वारा कड़ी पूछताछ की और युवक के आधार कार्ड का वेरिफिकेशन किया तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया. युवक के द्वारा बनाए गए सारे कागजों का पुलिस के द्वारा पर्दाफाश करते हुए सभी कार्यों को फर्जी घोषित कर दिया. जब युवक से असली नाम पूछा गया तो उसने अलीगढ़ के कंप्यूटर सेंटर पर फर्जी कार्डों को बनवाने की बात को स्वीकार की. आरोपी ने पुलिस को अपना नाम मोहम्मद शहबाज निवासी जमालपुर थाना सिविल लाइन अलीगढ़ बताया है.
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए थाना अहमदाबाद पुलिस प्रभारी ने बताया की जांच पड़ताल में सामने आया कि मोहम्मद शाहबाज 2015 में सेना की 8 राजरिफ दिल्ली यूनिट में भर्ती हुआ था, लेकिन पहले जम्मू कश्मीर और फिर बाद में नॉर्थ सिलीगुड़ी में पोस्टिंग के दौरान अनुशासनात्मक करने पर युवक पर अधिकारियों द्वारा कार्यवाही करते हुए सेना के अधिकारियों ने इसको जून 2024 में बर्खास्त कर दिया था.
पुलिस कर रही मामले की जांच
जब पुलिस के द्वारा गहन जांच पड़ताल की गई तो पता चला आरोपी शहबाज़ के पिता मुश्ताक अली खान सेना से रिटायर्ड हैं. साथ ही शाहबाज़ का एक भाई भी भारतीय वायुसेना में है. उसका एक अन्य भाई अभी पढ़ाई कर रहा है. आरोपित शहबाज को न्यायिक हिरासत में रखा गया है. पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है. आखिर आरोपी के द्वारा सेना के प्रपत्रों को कहां-कहां उसे प्रयोग किया और किस तरीके का उसके द्वारा लाभ उठाया है इसको लेकर पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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