एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद में एक युवक ने अपने ऊपर 20 लाख के कर्ज को वापस देने से बचने के लिए बहुत ही शातिराना तरीके से फर्जी लूट का नाटक रच डाला. यही नहीं, उसने डॉयल 112 डायल नंबर पर पुलिस को एक इनोवा कार लुटेरों द्वारा 30 लाख रुपये लूट लिए जाने की सूचना भी दी थी. सूचना पर पूरे जनपद की पुलिस दौड़ी पर बाद में सघन पूछताछ और जांच में उस युवक ने स्वीकार किया कि उसके ऊपर 20 लाख रुपये का कर्ज था और उससे बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी बनाई.


पांच घंटे तक चकरघिन्नी बनी रही पुलिस


एटा जनपद के कोतवाली देहात क्षेत्र में नेशनल हाइवे 91 से पंजाब एंड सिंध ढाबे के पास से इनोवा कार सवार बदमाशों द्वारा 30 लाख रुपये की लूट की सूचना ने एटा पुलिस को पूरे 5 घंटे तक चकरघिन्नी बनाये रखा. लूट की सूचना पर एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक (अपराध) राहुल कुमार समेत आला अफसर आधा दर्जन थानों के फ़ोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और आस पास के इलाके में कॉम्बिंग की.


घटना स्थल नेशनल हाइवे 91 पर पंजाब एंड सिंध ढाबे के आसपास प्रत्यक्षदर्शियों से जब पूछताछ की तो किसी ने भी उस स्थान पर ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया. यही नहीं, आस पास के सीसीटीवी भी खंगाले गए उनमें भी इस तरह की लूट का कोई प्रमाण नहीं मिला.


अपने ही जाल में फंस गया रंजीत


इसके बाद जब कई एंगल से मामले की पूछताछ की गई तो रंजीत अपने ही बुने जाल में फंस गया, और उसने साफ साफ बताया कि उसके ऊपर 20 लाख से अधिक रुपये का कर्ज था और कर्ज देने वाले उसे रुपया वापस करने के लिए धमकाते थे और जान से मारने की धमकी देते थे. जिससे वो डर गया था और उनके दबाव से बचने के लिए ही उसने ये सारी फर्जी कहानी रची. पुलिस की पूछताछ में रंजीत बार-बार अपने बयान बदलता रहा. उसने सबसे पहले 30 लाख की लूट की सूचना दी, बाद में 10 लाख पर आ गया और अंत में सच्चाई उगल दी.


इस दौरान पुलिस की कई टीमें लगभग 5 घंटे तक चकरघिन्नी बनी रही. आस-पास का पूरा इलाका रेंज स्कीम लागू कर छान मारा. एटा के एसएसपी सुनील कुमार सिंह, एएसपी ओपी सिंह और एएसपी क्राइम, राहुल कुमार भारी पुलिस फ़ोर्स के साथ पूरे इलाके में कॉम्बिंग करते रहे. एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने फर्जी लूट की सूचना देने वाले युवक रंजीत यादव को आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज करके जेल भेजने की बात कही है.


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