देहरादून, एबीपी गंगा। मम्मी अब मेरी जिंदा रहने की उम्मीद मत करना। ऐसा पीड़ित लड़की छेड़छाड़ और मारपीट की वारदात के बाद अब देहरादून के दून अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। देवभूमि उत्तराखंड जैसे शांत सौम्य प्रदेश में अब इस तरह की जघन्य वारदातों ने देवभूमि को शर्मसार कर दिया है। टिहरी जिले के कैंपटी थाना क्षेत्र में महज एक महीने के दौरान यह तीसरी घटना है है। लड़की के साथ पहले छेड़छाड़ और दुष्कर्म का प्रयास हुआ और उसके बाद आरोपी युवक ने दूसरी लड़की के साथ मिलकर पीडित युवती को झाड़ियों में फेंक दिया। हालांकि पुलिस ने फिलहाल पूरे घटनाक्रम को 354 की धारा में दर्ज किया है, दुष्कर्म की घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।


पूरा मामला टिहरी जिले के कैंपटी थाना क्षेत्र का है जहां पर बगल के ही गांव के एक युवक ने पीड़ित युवती को किसी काम के बहाने मिलने बुलाया और फिर युवती के साथ एकांत में दुष्कर्म की घटना को अंजाम देना चाहा इतना ही नहीं आरोपी ने उसके बाद युवती के कपड़े फाड़ दिए और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। युवती के बेहोश हो जाने पर उसे झाड़ियों में फेंक दिया। जिसके बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने किशोरी को बेहोशी की हालत में देखा। आनन-फानन में केंपटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालत बिगड़ती देख उसे कैंपटी अस्पताल से मसूरी और फिर वहां से देहरादून के दून अस्पताल रेफर कर दिया गया।


युवती के पिता का कहना है कि घटना के बाद बदहवास हालत में युवती ने अपने घर फोन किया था और कहा था कि मम्मी अब मेरी जिंदा रहने की उम्मीद मत करना जिसके बाद युवती के घरवालों ने कई बार लड़की का फोन मिलाया लेकिन वह फोन नहीं उठा पाई। दून अस्पताल में जब लड़की को होश आया तो उसने अपनी आपबीती सुनाई कि आरोपी ने जब उसके साथ दुष्कर्म किया तो उसके बाद वहां पर एक दूसरी लड़की भी आ गई थी और उसने कहा कि इसे मार दो नहीं तो हम भी फंस जाएंगे जिसके बाद दोनों ने बेहोशी की हालत में युवती को झाड़ियों में फेंक दिया।


इस बीच पूरे मामले पर आईजी गढ़वाल अजय रौतेला का कहना है कि तहरीर के आधार पर पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही आईजी का कहना है कि कैंपटी थाना क्षेत्र में पिछले एक माह में यह तीसरी घटना सामने आई है जो कि बेहद दुखद है। वहां पर पुलिस बल की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।