बलिया: फर्जी दस्तावेज के आधार पर 25 साल से नौकरी कर रहा था शिक्षक, ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस ने बताया कि खेजुरी थाना क्षेत्र में मनियर के कसमापुर गांव स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में विनोद कुमार सिंह को कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1996 में शिक्षक नियुक्त किया गया था.
बलिया जिले के खेजुरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कसमापुर ग्राम स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के तौर पर नौकरी पाने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह व्यक्ति पिछले 25 साल से प्राथमिक स्कूल में शिक्षक के तौर पर कार्यरत है. पुलिस ने बताया कि खेजुरी थाना क्षेत्र में मनियर शिक्षा क्षेत्र के कसमापुर गांव स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में विनोद कुमार सिंह को कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1996 में शिक्षक नियुक्त किया गया था.
25 साल से फर्जी दस्तावेज पर कर रहा था काम
खेजुरी थाना क्षेत्र में पिछले 25 साल से फर्जी दस्तावेज पर काम करने वाले शिक्षक विनोद कुमार सिंह पर मामला दर्ज किया है. विनोद कुमार पिछले 25 सालों से प्राथमिक स्कूल में फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी कर रहा था. विनोद कुमार को 1996 में बतौर प्राथमिक शिक्षक नियुक्त किया गया था, पर 25 सालों बाद इस व्यक्ति पर कार्रवाई हुई और इसे पुलिस द्वारा पकड़ कर मामला दर्ज कर दिया गया. विनोद कुमार पिछले 25 सालों से बिना किसी चिंता के बतौर प्राथमिक शिक्षक काम कर रहा था. विनोद कुमार सिंह के खिलाफ शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश दूबे ने शिकायत दर्ज करवाई थी जिसके बाद इम मामले के खिलाफ जांच की गई.
थाना प्रभारी पंकज सिंह ने शुक्रवार को बताया कि इस मामले में खण्ड शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश दूबे की शिकायत पर विनोद कुमार सिंह के विरुद्ध गुरुवार को खेजुरी थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
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