Prayagraj News: सुल्तानपुर के चर्चित मंगेश यादव एनकांउटर केस को लेकर विवादों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मंगेश यादव के परिवार ने एनकाउंटर में शामिल पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिए जाने की मांग को लेकर अब यूपी के डीजीपी को चिट्ठी भेजी है. परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले अपने वकील गजेंद्र सिंह यादव के मार्फत चिट्ठी भेजी है. अधिवक्ता डॉ० गजेंद्र सिंह यादव ने आज यह चिट्ठी डीजीपी प्रशांत कुमार को ईमेल के जरिए भेजी है.
मंगेश यादव के परिवार की तरफ से भेजी गई इस चिट्ठी में एनकाउंटर को एक बार फिर से फर्जी बताया गया है.कहा गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलने और एफआईआर दर्ज नहीं होने से लीगल एक्शन में देरी हो रही है. देरी होने से सबूतो से छेड़छाड़ की जा सकती है. चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि इस बारे में पहले ही स्थानीय पुलिस थाने और जौनपुर के एसपी को शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
अदालत जा सकता है मंगेश यादव का परिवार
मंगेश यादव का परिवार जल्द ही एनकाउंटर मामले में एफ आई आर दर्ज किए जाने की मांग को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है. इसी वजह से लगातार शिकायतें की जा रही है, ताकि इन शिकायतों को कोर्ट में आधार बनाया जा सके. अदालत में एनकाउंटर केस की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की जा सकती है. इसके अलावा हाईकोर्ट से जांच की मॉनिटरिंग किए जाने की भी गुहार लगाई जा सकती है. मंगेश यादव का परिवार इससे पहले अधिवक्ता गजेंद्र सिंह यादव के जरिए मानवाधिकार आयोग से भी शिकायत कर चुका है.
राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में सुल्तानपुर के डीएम से जवाब तलब कर लिया है. मंगेश यादव पर आरोप था कि उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सुल्तानपुर जिले में घंटाघर के पास स्थित भरत ज्वैलर्स के यहां असलहे की नोक पर 28 अगस्त को डकैती डाली थी. डकैती की वारदात को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया था. वारदात के करीब हफ्ते भर बाद मंगेश यादव पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था.
विपक्षी नेताओं ने उठाये थे सवाल
इस एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने एनकाउंटर को फर्जी बताया है और कहा है कि मंगेश यादव को सिर्फ यादव जाति का होने की वजह से गोली मारी गई. इस मामले में योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर समेत कई अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई थीं. अखिलेश यादव तीन दिन पहले मंगेश यादव के परिवार से मुलाकात भी कर चुके हैं.
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