Manipur Violence: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना को लेकर बवाल मचा हुआ है. विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर बीजेपी (BJP) और केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है. कांग्रेस (Congress) समेत कई दलों ने मणिपुर हिंसा पर संसद में चर्चा की मांग रखी है. विपक्ष द्वारा चर्चा की मांग पर बीजेपी सांसद साध्वी निरंजना ज्योति (Sadhvi Niranjan Jyoti) का एक बयान सामने आया है. 


बीजेपी ने सांसद ने कहा, "हम अपने राज्य में बहस के लिए तैयार हैं लेकिन क्या विपक्ष तैयार है, राजस्थान और बंगाल पर बोलने के लिए? प्रियंका गांधी राहुल गांधी क्यों चुप हैं? कोई भी घटना देश के किसी भी कोने में अच्छी नहीं है. मणिपुर में हुई घटना को हम अच्छा नहीं मानते हैं. पश्चिम बंगाल दूसरा देश है वहा कोई भी घटना घटेगा कोई विपक्ष नहीं बोलेगा. बोलने की हिम्मत नहीं है. विपक्ष हमलावर है तो विधानसभा में चर्चा करे, हम चर्चा के लिए तैयार हैं."


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संसद में चर्चा की मांग 
वहीं मणिपुर में विरोध प्रदर्शन तेज होने के बीच इस मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. संसद के मानसून सत्र में लगातार दूसरे दिन भी मणिपुर हिंसा की प्रतिध्वनि सुनाई दी. इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान और चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा में कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका.


गौरतलब है कि मणिपुर में लगभग एक हजार लोगों की हथियारबंद भीड़ ने कांगपोकपी जिले के एक गांव पर हमला किया और मकानों में लूटपाट की, उनमें आग लगायी, हत्या की और दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया. इन महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो सामने आने के बाद पूरा देश आक्रोशित है और घटना के विरोध में जगह जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो इस मामले में 21 जून को एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.