Manish Gupta Death Case: गोरखपुर (Gorakhpur) में कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत के मामले में दो आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस (UP Police) ने आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और दारोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पुलिसकर्मियों पर कानपुर के कारोबारी की पीट-पीटकर हत्या का आरोप है.
इससे पहले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आरोपी एक निरीक्षक (इंस्पेक्टर), तीन उप निरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) और दो आरक्षी (कांस्टेबल) की गिरफ्तारी के लिए सूचना मुहैया कराने पर एक-एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी. पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने शनिवार को बताया कि फरार पुलिस निरीक्षक अमेठी निवासी जगत नारायण सिंह, उपनिरीक्षक बलिया निवासी अक्षय कुमार मिश्रा, जौनपुर निवासी विजय यादव तथा मिर्जापुर निवासी राहुल दुबे, प्रधान आरक्षी कमलेश सिंह यादव और आरक्षी प्रशांत कुमार (दोनों निवासी गाजीपुर) पर एक-एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की गई है.
सीबीआई जांच की सिफारिश
बता दें कि इस मामले में योगी सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश भी की है. अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि जब तक सीबीआई इस प्रकरण की अपनी जांच शुरू करती है, तब तक मामले की जांच गोरखपुर से स्थानांतरित कर कानपुर में विशेष रूप से से गठित एसआईटी (विशेष जांच दल) के द्वारा की जाएगी.
गौरतलब कि कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के होटल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. मनीष गोरखपुर के एक होटल में अपने दोस्तों से मिलने आए थे. आरोप है कि देर रात कुछ पुलिसकर्मी घुसे और उन्होंने मनीष की जमकर पिटाई की. मनीष को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया. हालत बिगड़ने पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उनकी मौत हो गई.
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