Dr Sanjay Nishad: मनीष गुप्ता की मौत के मामले में डॉ संजय निषाद ने कही बड़ी बात, बोले- अधिकारियों का हो साइको टेस्ट
Dr Sanjay Nishad in Ayodhya: व्यापारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत मामले में डॉ संजय निषाद ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों का साइको टेस्ट (Psycho Test) हो तभी समाज की सेवा का अवसर दिया जाए.
Dr Sanjay Nishad Ayodhya Visit: गोरखपुर (Gorakhpur) में हुई कानपुर (Kanpur) के व्यापारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत की घटना के बाद निषाद पार्टी (Nishad Party) कि राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद (Dr Sanjay Nishad) प्रदेश के अधिकारियों की स्किल व साइको टेस्ट (Psycho Test) कराए जाने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि, इस तरह के मामलों को लेकर सदन में भी कानून बनाए जाने की मांग को उठाया जाएगा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) की तैयारी में निकले निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद अयोध्या (Ayodhya) पहुंचे थे. यहां भगवान श्री रामलला का दर्शन-पूजन कर 2022 में कैबिनेट में शामिल होने का दावा भी किया.
कैबिनेट में अहम भूमिका होने का किया दावा
अयोध्या पहुंचे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब निषाद पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ 2019 में आई तो आज बिना खून-खराबे के शांति से मंदिर बन रहा है. हमारा समाज बहुत ही प्रसन्न है, पूरा देश भी प्रसन्न है कि जहां अशांति फैलती थी वहां मंदिर बन रहा है. 2022 में फिर मोदी और योगी के नेतृत्व में सरकार आएगी और जितनी भारतीय जनता पार्टी ने सीटें निर्धारित की हैं, उससे अधिक जीतकर हम देंगे. निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस बार कैबिनेट में भी अहम भूमिका होने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि इतिहास था कि भगवान श्री राम के राज्य में कैबिनेट में निषाद राज आए थे. इसलिए, हम लोग 2022 में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा सरकार के साथ आएंगे और राम राज्य स्थापित होगा.
अधिकारियों और कर्मचारियों का हो साइको टेस्ट
गोरखपुर में व्यापारी के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए संजय निषाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पूरे मामले पर सख्ती बरती है. पीड़ित परिवार की मांग पूरी की गई है. उन्होंने कहा कि गोरखपुर पीठ एक पवित्र भूमि है उसको कुछ अधिकारी आपवित्र करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें सस्पेंड किया गया है, जेल भेजे जाएंगे. सीबीआई जांच होगी. आगे ऐसी घटना ना हो इसलिए सदन में पहुंचते ही पहली बैठक में आवाज उठाऊंगा कि पहले प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों का साइको टेस्ट हो तभी उसे समाज की सेवा का अवसर दिया जाए. बिना साइको टेस्ट के ऐसे लोगों को ऑफिस में या लाइन में रखा जाए.
ये भी पढ़ें: